Power Nap in Office: एक दिन में 10,000 पावर नैप लेते पेंगुइन, आप भी बना सकते हैं खुद को प्रोडक्टिव, ऑफिस में ऐसे लें छोटी-सी झपकी

जानवरों के सोने का तरीका बहुत अलग होता है. भूरे चमगादड़ दिन में 20 घंटे सोते रहते हैं, जबकि जिराफ दो घंटे से भी कम समय सो पाते हैं. जब हम सोते हैं तो हमारा ब्रेन पूरी तरह से बंद हो जाता है.

Power Nap
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:24 PM IST
  • सबका स्लीपिंग पैटर्न है अलग
  • 1900 से हो रही है स्टडी 

अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा सोते हैं तो आप गलत हैं. पेंगुइन चैंपियन पावर नैपर हैं. एक नए अध्ययन में पाया गया है कि एक ही दिन में, हजारों बार सोते हैं. उनकी हर नींद कुछ सेकंड की होती है. हालांकि जानवरों का सोने का अलग-अलग स्टाइल है. लेकिन पेंगुइन की नींद आसानी से टूट जाती है. इतना ही नहीं उन्हें सोने में भी चंद सेकंड ही लगते हैं. 

सबका स्लीपिंग पैटर्न है अलग

इस स्टडी को करने वाले न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर के न्यूरोसाइंटिस्ट पॉल-एंटोनी लिबौरेल ने कहा कि यह वास्तव में असामान्य है. यह सिर्फ इस तथ्य पर प्रकाश डालता है कि हम नींद के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, और सभी जानवर उस तरह नहीं सोते हैं जैसे हम किताबों में पढ़ते हैं. सबका स्लीप पैटर्न अलग होता है और वे उसी के हिसाब से सोते हैं. 

1900 से हो रही है स्टडी 

साइंस ऑफ स्लीप की शुरुआत 1900 में हुई जब शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने के लिए स्कैल्प इलेक्ट्रोड का उपयोग किया कि लोग सोते समय धीमी ब्रेन वेव्स बनाते हैं. उन्होंने चूहों, कबूतरों और दूसरे बंदी जानवरों में समान वेव पैटर्न नोटिस किया. समय के साथ, वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन जानवरों का उन्होंने अध्ययन किया उनमें से अधिकांश हर दिन कुछ समय अपने पर्यावरण के प्रति ढल जाते हैं. यहां तक ​​कि जेलिफिश भी ब्रेन की कमी के बावजूद सोती हैं.

लेकिन जानवरों के सोने का तरीका बहुत अलग होता है. भूरे चमगादड़ दिन में 20 घंटे सोते रहते हैं, जबकि जिराफ दो घंटे से भी कम समय सो पाते हैं. जब हम सोते हैं तो हमारा ब्रेन पूरी तरह से बंद हो जाता है. हालांकि, ये एक तरफ से बंद हो सकता है; जबकि दूसरा अभी भी जाग रहा होता है. 

कैसे लें ऑफिस में पावर नैप?

1. अपना समय बुद्धिमानी से चुनें

आपको अपने काम के शेड्यूल के अनुसार झपकी लेने का समय चुनना चाहिए. दोपहर के भोजन के बाद एक पावर नैप आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकता है. इससे आप सुस्त नहीं होंगे और बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे. दोपहर 3 बजे आप ये नैप ले सकते हैं. ज्यादा देर तक नैप न लें इससे आपको रात में सोने में परेशानी हो सकती है. 

2. लंबा नैप ने लें 

ज्यादा लंबी नैप न लें. आप जितनी लंबी झपकी लेंगे, उतनी अधिक संभावना है कि आपको  रात में कम नींद आएगी. धीमी नींद से जागने से घबराहट और चिड़चिड़ापन हो सकता है. आपकी झपकी 15-20 मिनट की होनी चाहिए, और यह पावर नैप के लिए आदर्श लंबाई मानी जाती है.

3. ऐसी जगह ढूंढें जहां आपको कोई परेशानी न हो

ऑफिस में झपकी लेने के लिए सही जगह ढूंढना प्रमुख कारकों में से एक है. आदर्श रूप से, एक अंधेरे कमरे में जहां शोर न होता हो, वहां आप सो सकते हैं. शोर और रोशनी दोनों से बचें. आप स्लीप मास्क या नॉइज कैंसलेशन हेडफोन का उपयोग कर सकते हैं.

4. अपने फोन को डीएनडी मोड पर रखें

थोड़ी सी झपकी लेते समय अपने फोन या किसी अन्य डिवाइस पर स्क्रॉल करने से आपको मदद नहीं मिलेगी. इससे आप केवल परेशान ही होंगे और आपका सोना मुश्किल हो जाएगा. 15 मिनट की झपकी लेने से पहले, किसी भी डिस्टर्बेंस से बचने के लिए अपने फोन को साइलेंट या डू नॉट डिस्टर्ब मोड में रखें. 
 

 

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