Water Meditation: ध्यान का करते हैं अभ्यास तो जरूर प्रैक्टिस करें वाटर मेडिटेशन, फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए रहेगा अच्छा

Water Meditation या जल साधना का मतलब है कि आप पानी में रहते हुए ध्यान या मेडिटेट करते हैं. जल ध्यान या जल साधना करने से आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं.

Water Meditation
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 12 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:00 PM IST
  • प्रकृति से जोड़ती है जल साधना
  • जल साधना है कई तरह से फायदेमंद 

हम सब जानते हैं कि मेडिटेशन बहुत ही ट्रांसफॉर्मेटिव प्रैक्टिस है जो इंसान में आंतरिक शांति और समग्र कल्याण को विकसित करता है. मेडिटेशन में मन को शांत करने, आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देने और शांति की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बहुत सी तकनीकें शामिल हैं. ट्रेडिशनल मेडिटेशन प्रैक्टिस में एक इनोवेटिव तकनीक है जल साधना (Water Meditation). 

जल साधना या जल-ध्यान में लोग लगभग एक-डेढ़ घंटे पानी में रहते हुए ध्यान करते हैं. इसमें आपको अपनी नाभि को जल में डुबोकर रखना होता है. इससे नाभि जागृत होती है और शरीर के जल का मिलन नदी के जल से होता है. जिससे हमारा स्वास्थ्य बेहतर होता है. यह प्राचीन तकनीक दुनिया भर की संस्कृतियों में मौजूद है. 

प्रकृति से जुड़ना
जल में ध्यान करने से मनुष्य का प्रकृति के तत्वों के साथ गहरा संबंध स्थापित होता है. प्रैक्टिस करने वाले लोगों को पानी की कोमल लय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया जाता है - चाहे वह शांत झील की कल-कल करती लहरें हों, झरने का कल-कल करता प्रवाह हो, या बारिश की सुखदायक थपकी हो. 

हम जानते हैं कि शरीर में 60% से ज्यादा पानी होता है और यह हर तरह से हमारे लिए महत्वपूर्ण है. पीने का पानी और साफ-सफाई हमारी फिजिकल फॉर्म के अभिन्न अंग हैं. पानी के साथ ध्यान करना हमारे शरीर के साथ तालमेल बिठाने में मददगार है. इससे आपको आधुनिक जीवन की निरंतर गति से मुक्ति मिलती है. 

कई तरह से है फायदेमंद 
बात जल साधना के फायदों की करें तो शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से यह फायदेमंद हैं. शारीरिक तौर पर यह कई तरह के फायदे देता है जैसे, 

  • मांसपेशियों का तनाव कम होना:
    पानी का प्राकृतिक उछाल जोड़ों और मांसपेशियों पर दबाव को कम करता है. फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ने से शरीर पर सुखदायक प्रभाव होता है. 
  • ब्लड प्रेशर कम होना:
    पानी में डूबने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है. दिल के स्वास्थ्य पर यह सकारात्मक प्रभाव डालता है. 
  • इंप्रुव्ड सर्कुलेशन:
    हाइड्रोस्टेटिक वाटर प्रेशर बेहतर ब्लड सर्कुलेशन में मदद करता है. जिससे सेल्स तक बढ़ी हुई ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाने की सुविधा मिलती है.
  • फिजिकल दर्द कम होना:
    पानी का प्राकृतिक उछाल फिजिकल दर्द जैसे गठिया आदि में फायदेमंद है. यह पुराने दर्द और परेशानी से राहत दिलाता है. 
  • बेहतर श्वसन क्रिया:
    जल ध्यान गहरी सांस लेने और मांसपेशियों को आराम देने को बढ़ावा देता है. 

बात अगर मेंटल हेल्थ या मानसिक स्वास्थ्य की करें तो कई तरह से फायदा मिलता है, जैसे,  

  • तनाव में कमी: पानी का सुखदायक प्रभाव आपको तनाव से राहत देता है. पानी में रहने से आपको रिलेक्सेशन मिलती है जिससे तनाव का स्तर कम होता है. 
  • बेहतर मानसिक स्पष्टता: जल ध्यान मन को साफ़ करता है और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता है. पानी की ध्वनि और संवेदना पर ध्यान केंद्रित करने से एक फोकस को बढ़ावा मिलता है. 
  • चिंता और अवसाद में कमी: जल ध्यान चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करने में प्रभावी है. यह ग्राउंडिंग, और इनर पीस की भावना को बढ़ाता है. 

 

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