घंटों कुर्सी से चिपके रहने वाले लोगों को हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर: रिसर्च

स्तन में गांठ या लंप होना ये ब्रेस्ट कैंसर के आम लक्षणों में से एक है. लंबे समय तक लगातार बैठे रहने और कम फिजिकल एक्टिविटी से ब्रेस्ट कैंसर की आशंका बढ़ती है. कम बैठना और अधिक व्यायाम करना स्तन कैंसर के जोखिम को कम करता है.

breast cancer
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:41 PM IST
  • कम बैठना और अधिक व्यायाम करना स्तन कैंसर के जोखिम को कम करता है.

ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन की स्टडी के अनुसार ज्यादा देर तक बैठने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा दोगुना हो जाता है. रिसर्च टीम के मुताबिक जो महिलाएं फिजिकल एक्टिविटी करती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर की संभावना 41% तक कम होती है. लंबे समय तक लगातार बैठे रहने और कम फिजिकल एक्टिविटी से ब्रेस्ट कैंसर सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए स्टैंडिंग डेस्क के उपयोग से ब्रेस्ट कैंसर की आशंका को कम किया जा सकता है.

क्या कहती है स्टडी?

चूंकि बैठकर काम करने से मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर (खासतौर पर ब्रेस्ट कैंसर) और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग किया जा सकता है. ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन (British Journal of Sports Medicine)  में प्रकाशित स्टडी में लगभग 130,957 यूरोपीय लोगों पर रिसर्च की. जिसके आंकड़ों चौका देने वाले थे. रिसर्च में पाया गया कि जो महिलाएं अधिक व्यायाम करती हैं या ज्यादातर खड़े होकर काम करती हैं, उनमें कैंसर होने का जोखिम कम होता है. वजन मेंटेन रखना, शराब का सीमित सेवन और जितना हो सके सक्रिय रहना. ये सभी कैंसर के जोखिम को कम करते हैं. ब्रिटेन में हर साल लगभग 55,900 नए ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं. ब्रिटेन में ब्रेस्ट कैंसर चौथा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है. अमेरिका में हर साल लगभग 264,000  ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं. बात करें भारत कि तो पिछले 20 सालों में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. आंकड़े बताते हैं कि बीस साल में 20 फीसद बढ़े हैं.

ब्रेस्ट कैंसर का कारण

महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर पारिवारिक इतिहास के कारण हो सकता है.
समय से पहले पहला मासिक धर्म यानी पीरियड्स होना
गर्भनिरोधक गोली खाना
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी
शराब का सेवन करना

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

महिलाओं के ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन होना
निप्पल से तरल पदार्थ का ब्रेस्ट में किसी प्रकार की सूजन होना
अंडरआर्म वाली जगह पर सूजन या गांठ होना
ब्रेस्ट की त्वचा मोटा होना, जलन या त्वचा का लाल होना


ब्रेस्ट कैंसर से बचाव

महिलाओं को बढ़ती उम्र के साथ अपना वजन कंट्रोल रखना चाहिए.
नशीली पदार्थ जैसे शराब, स्मोकिंग का सेवन बिलकुल नहीं करें.
व्यायाम करें.
हेल्दी डाइट खाएं.
फल और सब्जियां खाएं और पानी पीते रहे.
बीच-बीच में डॉक्टर से फुल बॉडी चेकअप कराएं.

 

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