Pillowcase Contains Bacteria: हफ्ते में एक बार ही धोते हैं पिलो कवर तो बदल लें ये आदत, तकिए में हो सकते हैं टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया

अध्ययनों के अनुसार औसत व्यक्ति 24 दिनों में कवर को बदलता और साफ करता है. ऐसे में जब हम बिस्टर पर जाते हैं तो इस दौरान मृत त्वचा कोशिकाएं और पसीना या धूल के कण भोजन बैक्टीरिया को भोजन प्रदान करते हैं और उन्हें बिस्तर की ओर आकर्षित करते हैं.

Pillowcase
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2023,
  • अपडेटेड 7:20 PM IST

जब भी सोने की बात आती है तो तकिया बेहद जरूरी माना जाता है. इसके बिना बहुत कम लोग हैं जिन्हें नींद आती है. लेकिन आप अपने तकिए के कवर को कितने अंतराल के बाद धोते हैं, ये भी बहुत मायने रखता है. अगर पिलो कवर को नियमित रूप से बदला न जाए तो इसमें बीमारियों का घर बस जाता है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तकिए के कवर में टॉयलेट सीट की तुलना में 17 हजार गुना ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं, चाहे इन्हें एक सप्ताह पहले ही क्यों न धोया गया हो.

अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने ये दावा किया है. वैज्ञानिकों ने पाया कि मृत त्वचा कोशिकाएं पसीने, मल और लार के कारण कीटाणुओं से भरी हुई है. अध्ययन के दौरान बिना धोए तकिए के नमूने एकत्र किए गए और इन्हें सात दिनों तक रखा गया. इसमें बैक्टीरिया का पता चला, जो स्किन संक्रमण का कारण बन सकता है. 

टॉयलेट सीट से ज्यादा गंदा तकिये का कवर

अध्ययन के अनुसार औसत व्यक्ति 24 दिनों में कवर को बदलता और साफ करता है. ऐसे में जब हम बिस्तर पर जाते हैं तो इस दौरान मृत त्वचा कोशिकाएं और पसीना या धूल के कण भोजन बैक्टीरिया को भोजन प्रदान करते हैं और उन्हें बिस्तर की ओर आकर्षित करते हैं. इस दौरान वह तेजी से बढ़ते हैं. गद्दे और बिस्तर बेचने वाली कंपनी अमेरिस्लीप के एक अध्ययन में पाया गया कि एक सप्ताह के बाद, तकिए और चादरों में प्रति वर्ग इंच तीन मिलियन से पांच मिलियन सीएफयू colony forming unit (CFU) होती हैं.

17 हजार गुना ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं

अध्ययन में कहा गया है कि एक सप्ताह पहले धोए गए तकिए में टॉयलेट सीट की तुलना में 17 हजार गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं. बाथरूम के दरवाजे के नॉब पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया से लगभग 25 हजार गुना ज्यादा बैक्टीरिया तकिए के कवर पर जमा थे. अध्ययन में पाया गया कि इन बैक्टीरिया में वे प्रकार शामिल हैं जो निमोनिया जैसे संक्रमण का कारण बनते हैं. इसके अलावा food poisoning का कारण बनने वाला बेसिली बैक्टिया भी बिस्तर पर मिला.

कैसे रखें पिलो कवर को साफ

अपने तकिए के कवर को टॉयलेट सीट से भी ज्यादा साफ रखने का एक तरीका है. अगर आप वीक में एक बार अपनी बेडशीट और पिलो कवर धोते हैं तो इसे वीक में दो या तीन बार धोना शुरू कर दें. वे लोग जिन्हें सोते समय पसीना आता है, बालों में तेल लगाकर सोते हैं, या मेकअप के साथ बेड पर जाते हैं, उन्हें हर दो दिन पर पिलो कवर धोना चाहिए.

यहां तक कि आपके बेडशीट के कपड़े भी बैक्टीरिया के विकास को प्रभावित कर सकते हैं. साटन की चादरों को भी बार-बार धोने की जरूरत पड़ती है. तकिए के कवर को बहुत अच्छी तरह से धोने की जरूरत होती है. क्योंकि ये सीधे आपके चेहरे से संपर्क करता है. इसलिए गर्म पानी और अच्छे डिटर्जेंट और ब्लीच के साथ पिलो कवर वॉश करें.

 

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