आजकल युवा भी हार्ट अटैक जैसी बिमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसलिए अब आप उम्र से बिमारी को नहीं जोड़ सकते हैं बल्कि जितना जल्दी हो सके आपको एक हेल्दी लाइफस्टाइल पर फोकस करना चाहिए. और कहते हैं कि कुछ अच्छा शुरू करने में कभी देर नहीं होती है.
हेल्दी लाइफस्टाइल की शुरुआत आप योगासन और प्रणायाम से कर सकते हैं. योग करने से आपका पूरा शरीर स्वस्थ और सुखी होता है. आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे योगासन के बारे में जिन्हें रेगुलर करने से हार्ट अटैक का खतरा बहुत कम हो जाएगा.
1. भुजंगासन:
इसे कोबरा पोज़ के नाम से भी जाना जाता है. यह ब्लड सर्कुलेशन में मदद करता है, पीठ को मजबूत करता है और देल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है. इसमें आपको पेट के बल लेट जाना है और फिर अपने पैरों को फैलाएं और दोनों हाथों से अपनी छाती के हिस्सें को ऊपर उठाएं.
2. गोमुखासन:
यह मुद्रा तनाव कम करने, रीढ़ को मजबूत करने और हाई ब्लड प्रेशर का इलाज करने में मदद करती है. यह बैठने की एक योग मुद्रा है, जिसमें व्यक्ति को पैरों को क्रॉस करके बैठना होता है और अपने हाथों को पीछे की तरफ जोड़ने की कोशिश करनी होती है.
3. मलासन:
माला मुद्रा में स्थिरता और शांति की भावना की आवश्यकता होती है. इसमें आपको स्क्वाट पॉजिशन में बैठना होता है. इसके बाद अपनी कोहनियों से घुटनों को दबाएं और हथेलियों को आपस में जोड़ लें. इससे वजन कम करने और शरीर में खून पंप करने में मदद मिलती है.
4. ताड़ासन या माउंटेन पोज:
यह दिल के साथ-साथ पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसमें एक साथ पैरों को जोड़कर सीधे खड़ें हों और फिर हाथों को फैलाएं और ऊपर स्ट्रेच करते हुए जोड़ लें. फिर धीरे-धीरे अपने आप को ऊपर की ओर स्ट्रेच करें.
5. ब्रिज पोज़:
यह योग मुद्रा आपके शरीर को मजबूत बनाने और संतुलन में सुधार करने में मदद करती है. यह हार्ट ब्लॉकेज के लिए सबसे मददगार पोजीशन में से एक मानी जाती है. अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को बीच में गैप रखें. अब अपने पैरों को मजबूती से दबाएं और खुद को मैट से ऊपर उठाएं.
6. पश्चिमोत्तानासन:
स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड के समान, दिल की सेहत में सुधार के लिए यह एक आरामदायक योग मुद्रा भी है. हालांकि इसमें कुछ हद तक फ्लेक्सिबिलिटी की जरूरत होती है, लेकिन यह इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए सबसे अच्छे योगासनों में से एक है. इसमें पैरों को आपस में मिलाकर बैठ जाएं और हाथों को कूल्हों से लगाकर कमर से आगे की ओर बढ़ें. अपने निचले एब्डोमिनल को एंगेज करें और अपने पेट को अपनी जांघों के ऊपर से छूने की कोशिश करें.
(Photo Credits: Unsplash and Freeepik)