शोधकर्ताओं ने बनाया ऐसा ऐप जिससे 10 सेकेंड में लगेगा पार्किंसंस रोग का पता, जानें बीमारी के लक्षण और बचाव के उपाय  

शोधकर्ताओं ने एक ऐसा ऐप बनाया है जिससे कुल 10 सेकेंड में पार्किंसंस रोग का पता लग जाएगा. ये ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड है.  इसमें लोगों की वॉयस रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल करके इसका पता लगाया जाएगा.

Parkinson’s Disease
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 7:40 PM IST
  • ऐप कुल 10 सेकेंड में लगाता है बीमारी का पता
  • हाथ-पैर में कंपकंपी होना है बीमारी का लक्षण

स्मार्टफोन हमारी आम सी जिंदगी का हिस्सा बन गया है. अब जरा सोचिए अगर हम ऐप से किसी बीमारी के बारे में पता लगा पाएं तो? दरअसल, शोधकर्ताओं ने एक नया स्मार्टफोन ऐप बनाया है जो सिर्फ लोगों की वॉयस रिकॉर्डिंग का उपयोग करके पार्किंसंस रोग और गंभीर कोविड-19 (COVID-19) का सटीक और तेजी से पता लगा सकता है. ये ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड है. 

सिर्फ 10 सेकेंड में बताएगा बीमारी

आपको बता दें कि ये ऐप आवाज को रिकॉर्ड करता है और बीमारी का पता लगाने में सिर्फ 10 सेकंड का समय लेता है. इस रिसर्च को करने वाले आरएमआईटी विश्वविद्यालय शोधकर्ता दिनेश कुमार कहते हैं, "जल्दी पहचान, निदान और उपचार से इन बीमारियों का प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है, और इसलिए स्क्रीनिंग को तेज और अधिक सुलभ बनाना जरूरी है."

इसके अलावा इस ऐप को कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके बारे में दिनेश कुमार कहते हैं कि ये एक गैर-संपर्क, उपयोग में आसान और कम लागत वाला टेस्ट करने की अनुमति देगा जो दुनिया में कहीं भी नियमित रूप से किया जा सकता है. इसकी मदद से डॉक्टर दूर से ही अपने मरीजों की निगरानी कर सकते हैं.

क्या होता है पार्किंसंस बीमारी?

आपको बता दें कि पार्किंसंस बीमारी एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है. अगर किसी को ये बीमारी होती है तो उनके मस्तिष्क की कोशिकाएं मरना शुरू हो जाती हैं. दिमाग की सेल को जब नुकसान होता है इसके कारण व्यक्ति के शारीरिक मूवमेंट भी प्रभावित होते हैं. शरीर की गति में धीमापन आ जाता है. हालांकि, सिर पर चोट लगने से भी ये समस्या आ सकती है. 

पार्किंसंस बीमारी के लक्षण?

-हाथ-पैर में कंपकंपी होना

 -शरीर की गति में कुछ सुस्ती आना

-शरीर के अंगों का अकड़ना 

-चलने-फिरने के दौरान संतुलन न बन पाना या उसमें दिक्कत आना

-नींद न आना आदि जैसी समस्याएं होती है. 

क्या हैं इससे बचाव के उपाय?

बीमारी के उपाय के रूप में आप एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं. इसके साथ स्वस्थ और संतुलित आहार खाना, बैलेंस डाइट, दवाइयों और थैरैपी कर सकते हैं. इसके साथ, डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (डीबीएस) का सहारा भी ले सकते हैं. डीबीएस को 1997 में यू.एस. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अप्रूव किया गया था. कई लोगों ने पाया है कि यह उपचार कारगर है. इसमें छोटे इलेक्ट्रोड के माध्यम से मस्तिष्क में इलेक्ट्रिकल इम्पल्स भेजे जाते हैं. इससे कंपकंपी को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
 

 

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