इस रेयर बीमारी की चपेट में आई South Actress Samantha Ruth Prabhu, जानिए कितना जानलेवा है ये रोग

साउथ एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु (Samantha Ruth Prabhu) 'पुष्पा द राइज' में अपने गाने 'ऊ अंटावा' के बाद से लोगों की फेवरेट बन चुकी है. सामंथा इन दिनों फिल्म यशोदा को लेकर चर्चा में हैं. इसके साथ ही वह आज अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है.

Samantha Ruth Prabhu
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 6:56 PM IST
  • बीमारी के बारे में समांथा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बताई

साउथ एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभू (Samantha Ruth Prabhu) इन दिनों फिल्म यशोदा को लेकर काफी चर्चा में है. वहीं समंथा 'पुष्पा द राइज' में अपने गाने 'ऊ अंटावा' के बाद से फैंस की फेवरेट बन चुकी हैं. ऐसे में सामंथा से जुड़ी हर अपडेट पर उनके फैंस की नजर बनी रहती है. वहीं समंथा हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है. साथ ही अपने फैंस के लिए पोस्ट भी करती है. इसी बीच समंथा ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो पोस्ट की है, जिसे देखकर कोई भी चिंता में पड़ जाएगा. 

इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बताई बीमारी के बारे में
समंथा ने आज इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बताया कि वह मायोसिटिस नामक एक बीमारी से जूझ रही है. इसके साथ ही उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि मैं इस बीमारी से ठीक होने में मेरी अपेक्षा से थोड़ा अधिक समय लग रहा है. मैं धीरे-धीरे महसूस कर रहा हूं कि हमें हमेशा मजबूत मोर्चा बनाने की जरूरत नहीं है. इस पीड़ा से मै अभी भी जूझ रही हूं. डॉक्टरों को भरोसा है कि मैं बहुत जल्द पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगी. 

इसके आगे समंथा ने लिखा कि ये मेरे अच्छे दिन और बुरे दिन रहे हैं. शारीरिक और भावनात्मक रूप से, और यहां तक कि जब ऐसा लगता है कि मैं इसका एक और दिन नहीं संभाल सकती हूं. किसी तरह वह पल बीत जाता है. मुझे लगता है कि इसका मतलब केवल यह हो सकता है कि मैं ठीक होने के करीब एक दिन और हूं. 

मायोसिटिस क्या है?
जानकारी के अनुसार साउथ एक्ट्रेस सामंथा को हुई बीमारी मायोसिटिस (myositis) मांसपेशियों में सूजन के कारण होती है. ये बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा प्रभावित होने की संभावना होती है. मायोसिटिस को एक ऑटोइम्यून स्थिति माना जाता है जिसमें शरीर की मांसपेशियों पर बेहद असर पड़ता है.

इसके सामान्य लक्षणों के बारे में बात करें तो इसमें मांसपेशियों में दर्द और दर्द, थकान, निगलने में परेशानी, और सांस लेने में कठिनाई होती है. वहीं शोधकर्ताओं का मानना है कि मायोसिटिस ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे रुमेटीइड गठिया और ल्यूपस और वायरस जैसे कि सामान्य सर्दी, फ्लू और एचआईवी दवा के साइड इफेक्ट के चलते हो सकती है. मायोसिटिस पांच प्रकार की होती है. जो डर्माटोमायोजिटिस, समावेश-शरीर मायोजिटिस, किशोर मायोसिटिस, पॉलीमायोसिटिस, विषाक्त मायोसिटिस है. 

मायोसिटिस का इलाज
शोधकर्ताओं के अनुसार मायोसिटिस का अभी तक कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है. लेकिन इस बीमारी में शारीरिक उपचार, व्यायाम, खींचने और योग के साथ-साथ इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं को दिया जाता है. जिससे मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाए रखने में मदद मिले. साथ ही मांसपेशियों को कमजोर होने को रोकने में मदद मिलती है. मायोसिटिस के लक्षण दिखने पर आपको सलाह दी जाती हैं कि डॉक्टर से जल्द से जल्द संपर्क करें. ताकि समय रहते इस बीमारी का इलाज किया जा सके. 
 

 

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