क्यों होता है Stomach Cancer, जानिए इसके लक्षण और इलाज का तरीका

पेट का कैंसर या गैस्ट्रिक कैंसर कई कारणों से हो सकता है. इसका शुरुआती लक्षण साफ नहीं है. लेकिन पेट में जलन, भूख ना लगना जैसी समस्याएं आती है. लेकिन देखा गया है कि खराब खानपान और लाइफस्टाइल के चलते गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा रहता है.

पेट के कैंसर का लक्षण और इलाज (Photo/Twitter)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:13 PM IST
  • पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर भी कहते हैं
  • 55 साल से अधिक उम्र में बुजुर्गों को ज्यादा खतरा

पेट का कैंसर तब होता है जब कोशिकाओं का एक असामान्य समूह पेट के अंदर विकसित होता है. पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है. गैस्ट्रिक कैंसर होने के कई कारण हैं. अगर आपका खानपान और लाइफ स्टाइल ठीक नहीं है तो आपको गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा है.

गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण-
पेट के कैंसर के लक्षण कई बार नियमित संक्रमण या दूसरी बीमारियों जैसे होते हैं. ज्यादातर बार मरीज छोटी-मोटी बीमारियों को इग्नोर करते हैं. लेकिन उनको पता ही नहीं होता है कि उनके पेट में कैंसर जगह बना रहा है. शुरुआती स्टेज में पेट के कैंसर का कोई लक्षण नहीं दिखता है. लेकिन जैसे-जैसे कैंसर बढ़ने लगता है. उसके लक्षण सामने आने लगते हैं.

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द रहने लगता है.
  • पेट में जलन की समस्या होने लगती है.
  • भूख नहीं लगने की समस्या आने लगती है.
  • गैस्ट्रिक कैंसर से पीड़ित व्यक्ति का वजन कम होने लगता है.
  • मरीज को मतली और उल्टी होने लगती है.
  • कम खाने के बाद भी पेट भरा सा महसूस होने लगता है.
  • मरीज को खून की उल्टी होने लगती है.
  • खाना निगलने में परेशानी होने लगती है.

कब होता है पेट का कैंसर-
शुरुआती स्टेज में पेट के कैंसर का लक्षण पता ही नहीं चलता है. पेट में दर्द या भूख नहीं लगने जैसी समस्या आती है. जिसे मरीज आम बीमारी समझ लेते हैं. वैसे तो पेट का कैंसर होने के क्या कारण है? इसको लेकर कोई ठोस सबूत नहीं है. लेकिन देखा गया है कि कई वजहों से कैंसर होता है. चलिए आपको कुछ कारणों को बताते हैं.

  • उम्र के साथ पेट के कैंसर का खतरा बढ़ने लगता है. 55 साल से अधिक उम्र के लोगों में इसका खतरा बना रहता है.
  • पुरुषों में महिलाओं के मुकाबले पेट का कैंसर होने का खतरा दोगुना रहता है. इसके पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है.
  • धूम्रपान करने वालों में पेट का कैंसर होने का खतरा धूम्रपान नहीं करने वालों के मुकाबले ज्यादा होता है.
  • गंभीर एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस वाले लोगों में पेट का कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है.
  • मसालेदार भोजन, नमकीन मछली, स्मोक्ड मीट जैसे आहार ज्यादा लेने पर पेट के कैंसर का जोखिम होता है.
  • अगर आपके माता-पिता, भाई-बहन या किसी करीबी रिश्तेदार को कैंसर है तो आपको भी पेट के कैंसर का खतरा है.

पेट के कैंसर का इलाज-
पेट के कैंसर का इलाज ज्यादातर सर्जरी के जरिए किया जाता है. सर्जरी से पेट के प्रभावित हिस्से को हटा दिया जाता है. इलाज के लिए कीमोथेरेपी का भी इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि पेट के कैंसर को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. लेकिन रेडियोथेरेपी का और कुछ मामलों में कीमोथेरेपी और सर्जरी के जरिए लक्षणों को रोका जा सकता है.
सबसे पहले डॉक्टर ये कोशिश करते हैं कि ट्यूमर को शरीर से निकाल दिया जाए. लेकिन अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो डॉक्टर ट्यूमर को किसी भी तरह से बढ़ने से रोकने की कोशिश करते हैं. ये सब सर्जरी और कीमोथेरेपी के जरिए किया जाता है.
कई बार ऐसा होता है कि कैंसर को ना तो खत्म किया जा सकता है और ना ही उसके बढ़ने की दर को कम किया जा सकता है. ऐसी हालत में डॉक्टर मरीज को आराम देने के लिए इलाज करते हैं. जितना संभव हो सकता है, मरीज को आराम दिया जाता है. 

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