बच्चों और युवाओं में लॉन्ग कोविड का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है. द लांसेट रीजनल हेल्थ, यूरोप में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार बच्चों और युवाओं में लॉन्ग कोविड के लक्षण समय के साथ बदल सकते हैं. शोधकर्ताओं ने सितंबर 2020 और मार्च 2021 के बीच पीसीआर टेस्ट कराने के छह महीने और 12 महीने बाद 11 से 17 साल के बच्चों से कोविड लक्षणों को याद करने के लिए कहा और उनकी सेहत की जानकारी भी ली.
क्या कहती है स्टडी
अध्ययन में शामिल किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया था. शोधकर्ताओं ने कुल 5,086 बच्चों के डेटा की जांच की जिनमें से 2,909 कोविड पॉजिटिव थे और 2,177 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. रिसर्चर्स ने बच्चों और युवाओं से कोविड के लक्षणों के बारे में पूछा जिसमें सांस लेने में तकलीफ से लेकर जल्दी थक जाना शामिल था. टीम ने पाया कि कोविड निगेटिव आने वालों की तुलना में कोविड पॉजिटिव बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आम थीं.
बच्चों में दिख सकते हैं कई बदलाव
जिन बच्चों का टेस्ट पॉजिटिव आया उनमें से 10.9 प्रतिशत ने थकान की शिकायत की थी. जबकि कोविड निगेटिव आने वालों में से केवल 1.2 प्रतिशत बच्चे ही ऐसे थे जिन्हें दिन में थकान महसूस हुई. धीरे-धीरे इन बच्चों में लक्षण बदलते गए. समय के साथ इन बच्चों में पुराने लक्षण खत्म हो गए और नए विकसित हो गए. कोविड के कारण आने वाले समय में बच्चों में कई बदलाव नजर आ सकते हैं. कुछ बच्चों में सांस फूलने की समस्या, शरीर दर्द, थकान और मानसिक रूप से बेचैनी जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं.
अगर दिखें ये लक्षण तो हो जाएं सतर्क
अगर आपका बच्चा भी थका हुआ या फिर चक्कर आना जैसी समस्याएं महसूस कर रहा है, तो हो सकता है कि वह लॉन्ग कोविड की चपेट में है. बच्चों के व्यवहार में बदलाव के अलावा किसी बात को याद करने या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो तो आपको सतर्क होने की जरूरत है.