तेलंगाना के सूर्यापेट जिले के मट्टामपल्ली मंडल में डॉ. जे. श्रीहरि राव आज हम सबके लिए प्रेरणा हैं. मट्टामपल्ली में नागार्जुन सीमेंट्स लिमिटेड परिसर में स्थित रामचंद्र राजू मेमोरियल हेल्थकेयर हॉस्पिटल (RRMHH) में, डॉ. श्रीहरि मरीजों का मुफ्त में इलाज करते हैं और आपात स्थिति के दौरान उन्होंने अपनी जेब से पैसे भी खर्च किए हैं.
दो बार राज्य-स्तरीय पुरस्कार और 33-बार जिला-स्तरीय पुरस्कार विजेता, डॉ. श्रीहरि क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों और गहरे जंगली इलाकों के निवासियों के लिए RRMHH चलाते हैं. इन क्षेत्रों में ज्यादातर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) केवल सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच चालू रहते हैं. लेकिन डॉ. श्रीहरि चौबीसों घंटे अपना क्लिनिक चलाते हैं.
हर रोज आते हैं 100 से ज्यादा मरीज
डॉ. श्रीहरि टीएनआईई को बताते हैं, "पहाड़ियों और पेड़ों के बीच बसे इस क्षेत्र के भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण इलाके को देखते हुए, अस्पताल में नियमित रूप से सांप के काटने और बिच्छू के डंक के मामले आते हैं, जिनकी संख्या सालाना 45 से 50 के बीच होती है." उन्होंने बताया कि मंडल के 30 गांवों से प्रतिदिन 100 से ज्यादा मरीज अस्पताल आते हैं.
अस्पताल में मरीजों पर नैदानिक परीक्षण करने के लिए उपकरण और प्रशिक्षित कर्मचारी उपलब्ध हैं. विशेषज्ञों के संदर्भ में, एक स्त्री रोग विशेषज्ञ और एक बाल रोग विशेषज्ञ के अलावा एक नेत्र रोग विशेषज्ञ हर महीने में एक बार और एक हृदय रोग विशेषज्ञ हर तीन महीने में अस्पताल का दौरा करते हैं.
अस्पताल में होता है ब्लड डोनेशन भी
डॉ. श्रीहरि बताते हैं कि इस साल अस्पताल द्वारा आयोजित 18 रक्तदान शिविरों के माध्यम से 1,366 यूनिट ब्लड इकट्ठा किया गया है. उन्होंने बताया कि वे हर महीने विभिन्न गांवों में स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित करते हैं, जहां वे जरूरतमंदों को कई आवश्यक दवाएं देते हैं. ऐसे मामलों में जहां अस्पताल जटिलताओं या विशेषज्ञता की कमी के कारण किसी मरीज का इलाज नहीं कर सकता है, डॉ. श्रीहरि कहते हैं कि वे गंभीर रोगियों को आरआरएमएचएच एम्बुलेंस में मुफ्त में हैदराबाद के अस्पतालों में भेजते हैं.