Breast Cancer Detection: बढ़ती उम्र में बढ़ सकता है ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा, हर महिला को 40 की उम्र से पहले करवा लेने चाहिए ये टेस्ट

Breast Cancer Test: ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता चलने पर इसका इलाज संभव है. मैमोग्राम इसमें मदद कर सकता है. मैमोग्राम एक तरह का ब्रेस्ट का एक्स-रे है, जिसका पता लगाने के लिए ये स्क्रीनिंग टेस्ट किया जाता है.

Breast Cancer Detection
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 11:52 AM IST
  • हर महिला को करवाना चाहिए ये टेस्ट
  • बढ़ सकता है ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा

महिलाओं में लगातार ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है. अब एक नई स्टडी में पता चला है कि वृद्ध महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की जांच जरूरी है. इस स्टडी में पाया गया है कि 70 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाएं जो मैमोग्राम कराती हैं, उनमें ट्यूमर को ट्रीट करने की संभावना अधिक होती है. इससे उनके स्वास्थ्य के लिए भी कोई खतरा नहीं होता है. दरअसल, येल मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने ये स्टडी की है. इसमें 70 साल  और उससे अधिक उम्र की 54,635 अमेरिकी महिलाओं पर नजर रखी गई. 

क्या आया स्टडी में सामने?

इस स्टडी में उन महिलाओं को शामिल किया गया था जिन्होंने 2002 में मैमोग्राम - ब्रेस्ट का एक्स-रे करवाया था और जिन्होंने निरंतर स्क्रीनिंग का ऑप्शन चुना था. शोधकर्ताओं ने पाया कि 70 से 74 साल की उम्र की महिलाओं में, मैमोग्राम कराने वाली महिलाओं में पाए गए ब्रेस्ट कैंसर के 31% मामलों में इसे डाइग्नोस कर लिया गया था. अध्ययन में पाया गया कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती गई, वैसे-वैसे इसका आसानी से पता भी लगाया जाता गया. 74 से 84 साल की उम्र की महिलाओं में, यह बढ़कर 47% हो गई - और 85 और उससे अधिक उम्र की महिलाओं में 54% हो गई. 

हर महिला को करवाना चाहिए ये टेस्ट 

ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता चलने पर इसका इलाज संभव है. मैमोग्राम इसमें मदद कर सकता है. मैमोग्राम एक तरह का ब्रेस्ट का एक्स-रे है, जिसका पता लगाने के लिए ये स्क्रीनिंग टेस्ट किया जाता है. यूएस प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने भी कुछ समय पहले हर महिला को 40 साल की उम्र से शुरू करके हर दूसरे साल पर ब्रेस्ट कैंसर की जांच कराने का आग्रह किया था.

क्या है मैमोग्राम?

ब्रेस्ट कैंसर के बारे में पहले ही पता करने के लिए मैमोग्राम काफी फायदेमंद साबित हुआ है. मैमोग्राम एक प्रकार का एक्स-रे है जिसे विशेष रूप से ब्रेस्ट टिश्यू की जांच करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह शारीरिक लक्षणों के सामने आने से पहले ही कैंसर के संभावित लक्षणों सहित ब्रेस्ट टिश्यू में असामान्यताओं की पहचान करने में मदद कर सकता है.

मैमोग्राम का क्या प्रोसेस है?

ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए मैमोग्राम जरूरी है. इससे इस कैंसर को शुरुआत में ही ट्रीट करने की संभावना बढ़ जाती है. हेल्थकेयर ऑर्गनाइजेशन अक्सर आपके देश या मेडिकल इंस्टीट्यूशन के दिशानिर्देशों के आधार पर, 40 या 50 साल की उम्र के आसपास ब्रेस्ट कैंसर के औसत जोखिम वाली महिलाओं के लिए नियमित मैमोग्राम की सलाह देते हैं. मैमोग्राम का जो रिजल्ट आएगा वो उम्र, पारिवारिक इतिहास और दूसरे जोखिम कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकता है. 

 

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