शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की तरफ से सुचना दी गई है कि 15-18 वर्ष की आयु के 2 करोड़ (20 मिलियन) से अधिक किशोरों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज़ मिल चुकी है.
मंडाविया ने इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, “कोविड-19 से युवा भारत की रक्षा की जा रही है. 3 जनवरी से अब तक 15-18 आयु वर्ग के 2 करोड़ से अधिक बच्चों को कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन लगाई गई है. वैक्सीन लगवाने वाले मेरे सभी युवा दोस्तों को बधाई.”
नरेंद्र मोदी ने की सराहना:
उनके ट्वीट को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शेयर किया और सभी किशोरों को बधाई देते हुए लोगों से वैक्सीन लगवाने की गुजारिश की.
नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में सभी बच्चों की सराहना करते हुए लिखा है कि इस जज़्बे को हमें जारी रखना है. और सभी से कोविड-19 पालन करने और वैक्सीन लेने का आग्रह किया है.
केंद्र सरकार के CoWIN डैशबोर्ड डेटा से पता चलता है कि 3 जनवरी से अब तक 20,226,790 किशोरों को Covaxin का पहला शॉट दिया गया है.
उत्तर प्रदेश में हुआ सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन:
राज्यों की बात करें उत्तर प्रदेश में 3 जनवरी से 7 जनवरी के बीच 1,715,615 बच्चों वैक्सीन दी गई और तमिलनाडु ने इसी अवधि में 1,463,079 बच्चों को वैक्सीन दी. महाराष्ट्र में 1,483,478 बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ और दिल्ली में अब तक 204,902 बच्चों को पहला शॉट दिया जा चुका है.
भारत सरकार ने 3 जनवरी से 15 से 18 की उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन का फैसला किया था. क्योंकि यह जनरेशन सबसे ज्यादा एक्टिव होती है और बच्चे इधर-उधर घूमते हैं. इनका लोगों के सम्पर्क में आना बहुत आम बात है. इसलिए सरकार की कोशिश है कि बच्चों को कोविड-19 से सुरक्षा दी जाए.
बच्चों को 'कोवैक्सीन' दी जा रही है और इसकी दोनों डोज़ के बीच 28 दिन का अंतराल होता है.
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