गर्मियों की शुरुआत के साथ महिलाओं और बच्चों में यूटीआई की समस्या देखने को मिलती है. यह समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है. तनावपूर्ण जीवनशैली में महिलाओं में यूटीआई (यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन) यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है.
क्या है UTI के लक्षण
गर्मी के दिनों में ज्यादातर महिलाएं यूटीआई इंफेक्शन की चपेट में आ जाती हैं. गर्म और आर्द्र मौसम इस समस्या के जोखिम को बढ़ा देता है. इस बीमारी के लक्षणों में पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में खून आना, पेशाब से दुर्गंध आना, पेट में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी होना शामिल है.
ये हो सकती है संक्रमण की वजह
मुंबई के अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. जितेंद्र सखरानी बताते हैं, गर्मियों में बाहर धूमने जाना या स्विमिंग पूल में जाने से लोगों में यूटीआई की दिक्कत होती है. तापमान और यूटीआई के मामलों के बीच संबंध निर्जलीकरण के कारण हो सकता है क्योंकि जब लोग डिहाइड्रेट हो जाते हैं तो यूरिन कम हो जाता है. इसलिए कम पेशाब निकलता है. इसका मतलब है कि बैक्टीरिया लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं. पेशाब रोक लेने से भी यूटीआई हो सकता है. इसके अलावा गर्मियों में पर्याप्त पानी नहीं पीने, मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान न देने से भी यूटीआई हो सकता है.
ऐसे हो सकता है बचाव
झानोव्हा शाल्बी अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. आशीष चौरसिया कहते हैं, यूटीआई से बचाव के लिए रोजाना कम से कम ढाई से तीन लीटर पानी पीना जरूरी है. नियमित व्यायाम, शराब या कैफीनयुक्त भोजन करने से बचना चाहिए. यूरिन को ज्यादा देर तक रोककर नहीं रखना चाहिए. इंटरकोर्स के तुरंत बाद ब्लैडर खाली कर दें, इससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है.
महिलाओं में संक्रमण की संभावना 30 गुना ज्यादा
यूरोलॉजिस्ट एंटरोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. विकास भिसे बताते हैं, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या छह महीने में दो बार से अधिक और साल में तीन बार से अधिक होने का खतरा रहता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को संक्रमण होने की संभावना 30 गुना ज्यादा होती है. बैक्टीरिया आसानी से महिलाओं के मूत्र मार्ग और मूत्राशय में प्रवेश कर जाते हैं. इससे बार-बार संक्रमण होता है. विवाहित महिलाओं को भी यौन क्रिया के बाद यूटीआई होने का खतरा होता है. योनि से बैक्टीरिया मूत्र पथ में प्रवेश करते हैं इसलिए महिलाओं को गर्मी के मौसम में सेहत का ध्यान रहना जरूरी है.
-दीपेश त्रिपाठी की रिपोर्ट