देशभर में नए वायरस ने दस्तक दे दी है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारी तेज कर दी है. बुधवार को इससे बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है. बढ़ते मामलों को देखते हुए बच्चों और बुजुर्गों को एहतियात बरतने के लिए कहा गया है. इसके साथ एडवाइजरी में H3N2 के मरीजों का ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहने की सलाह दी गई है.
अस्पतालों को दिया गया ये निर्देश
एडवाइजरी में अस्पतालों को भी निर्देश दिया गया है कि अगर किसी H3N2 मरीज का ऑक्सीजन लेवल 90 तक गिर जाता है तो उन्हें भर्ती किया जाए. H3N2 मरीज को ओसेल्टामिविर दिया जाना चाहिए. इसके अलावा, सरकार ने हेल्पलाइन नंबरों की एक लिस्ट भी जारी की है. स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर डॉ. अविनाश सिंह ने इंडिया टुडे को बताया कि 8 साल या उससे कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. आगे उन्होंने कहा कि ज्यादा जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए क्योंकि इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
सभी जिलों को अलर्ट जारी
बता दें, उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. हर जिले में एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एक फिजिशियन, एक एपिडेमियोलॉजिस्ट, एक पैथोलॉजिस्ट, एक लैब टेक्नीशियन और एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट की टीम बनाई गई है. इन्फ्लूएंजा होने पर मरीजों को ओसेल्टामिविर दी जाएगी. इसके अलावा, आइसोलेशन वार्ड में दो बेड के बीच एक मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही H3N2 इन्फ्लुएंजा पर राज्य में हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करके जानकारी प्रदान की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा कर्मचारियों को सतर्क रहने और रोगियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए भी कहा है.
ये लक्षण दिखें तो लें डॉक्टर की सलाह
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इंडिया टुडे को बताया कि वर्तमान में, सरकारी और प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर में H3N2 की पुष्टि के लिए टेस्टिंग की जारी है. उन्होंने कहा, ''सर्दी, बुखार, गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. मास्क पहनें. बता दें, ये निर्देश प्रदेश के सभी सीएमओ, सीएमएस और मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को दिए गए हैं.'' हालांकि, उन्होंने आगे कहा, "मौसमी इन्फ्लूएंजा और H3N2 से घबराना नहीं है. यह एक सामान्य वायरस है. बस इससे सतर्क रहने की जरूरत है.”