Walking for Health: पीठ के निचले हिस्से में होता है दर्द? बस 30 मिनट चलने से कर सकते हैं इसे कम

वॉकबैक ट्रायल में सामने आया कि जो लोग हर दिन चलते थे उन्हें पीठ के निचले हिस्से में दर्द ने ज्यादा परेशान नहीं किया. जबकि दूसरे लोगों को ये दर्द बार बार महसूस हुआ. 

Lower Back Pain (Representative Image/Getty Images)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 22 जून 2024,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST
  • वॉकबैक ट्रायल में कई लोग शामिल
  • 3 साल तक रखी गई नजर 

ज्यादातर लोग पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं. ये दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. इतना ही नहीं इसकी वजह से दैनिक चीजें भी प्रभावित होती हैं. हालांकि, आप इससे निजात पा सकते हैं. चलने से आप अपने पीठ दर्द से आराम पा सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया में आयोजित विश्व की पहली स्टडी से पता चला है कि दिन में केवल 30 मिनट तक चलने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

वॉकबैक ट्रायल में कई लोग शामिल

वॉकबैक नाम के ट्रायल में 54 साल की औसत आयु वाले 701 प्रतिभागी शामिल थे. ये वो लोग थे जिन्हें पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या है. इस प्रकार का दर्द अक्सर खराब पोस्चर या लंबे समय तक बैठे रहने से होता है. ट्रायल में इस प्रकार के दर्द को बार बार होने से रोकने के लिए चलना कारगर माना गया है. 

3 साल तक रखी गई नजर 

स्टडी में दो समूह शामिल थे. पहला वो जिन लोगों को फिजियोथेरेपिस्ट ने छह महीने की अवधि में हर दिन कम से कम 30 मिनट तक चलने का निर्देश दिया था. जबकि दूसरा वो समूह था जो चलता नहीं था. स्टडी के लिए दोनों समूहों पर कम से कम 12 से 36 महीनों तक नजर रखी गई. 

क्या आया रिजल्ट में सामने?

वॉकबैक ट्रायल में सामने आया कि जो लोग हर दिन चलते थे उन्हें पीठ के निचले हिस्से में दर्द ने ज्यादा परेशान नहीं किया. जबकि दूसरे लोगों को ये दर्द बार बार महसूस हुआ. 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में आर्थोपेडिक्स के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राजेश मल्होत्रा ​​ने इस दर्द के बारे में बताया. उन्होंने कहा, “ज्यादातर मामलों में यह खराब पोस्चर की समस्या की वजह से होता है. मैं रोजाना ऐसे पांच से छह मरीजों को देखता हूं.” 

चलने से कैसे होता है फायदा? 

एरोबिक एक्सरसाइज की मदद से पीठ के निचले हिस्से में दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है. यह शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को अच्छा करता है और रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों को मजबूत करता है. इसके अलावा, चलने से पीठ के निचले हिस्से में खून का प्रवाह बढ़ जाता है, जो कठोरता को कम करता है. 

अगर कोई दिन में 30 मिनट की सैर कर लेता है तो इससे इस दर्द को कम किया जा सकता है. जो लोग लंबे समय तक डेस्क पर या वाहन में बैठे रहते हैं, उनके लिए टहलना और नियमित ब्रेक लेना जरूरी है. 
 

 

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