9-1 Rule को एक सरल लेकिन शक्तिशाली सिद्धांत माना जाता है जो न सिर्फ फिटनेस गोल्स को हासिल करने में मदद करता है बल्कि एक स्वस्थ और प्रोडक्टिव जीवन जीने के लिए आपकी आदतों में सुधार भी करता है. अब सवाल है कि क्या है यह नियम.
9-1 नियम:
स्वास्थ्य को नियंत्रित रखने के लिए '9 से 1 नियम' का पालन करना अच्छा है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसमें सिर्फ नंबर पर ध्यान न रखें बल्कि इस सबको अपनी स्थायी आदतें बनाने का यह सबसे अच्छा तरीका है. द इंडियम एक्सप्रेस के मुताबिक, हमारा मस्तिष्क स्वाभाविक रूप से संख्याओं का प्रशंसक है! इसे मात्रात्मक रूप से प्रस्तुत की गई जानकारी को प्रोसेस करना पसंद है. इसीलिए मुझे इस अद्भुत नियम पर संदेह नहीं है - यह अद्भुत काम कर सकता है. आपको बस इस पर कायम रहना है - लेकिन समस्या यहीं है कि हम लगातार नहीं कर पाते हैं.
स्ट्रेस न बन जाए यह एक्सरसाइज
कभी-कभी, विशिष्ट संख्याओं या नियमों प्रोत्साहन के बजाय तनाव का स्रोत बन सकता है. “उदाहरण के लिए, अगर मैं 9 से 1 नियम का पालन करूं और किसी विशेष दिन 9000 कदम, 7 घंटे की नींद, या 6 मिनट का ध्यान करने से चूक जाऊं, तो यह ऑटोमैटिकली निराशा की भावना पैदा करता है. लेकिन यह अच्छा नहीं है.
यह 9 से 1 नियम का कॉन्सप्ट बहुत ही अच्छा है. इसमें जरूरी चीजें हैं- जैसे कि हर दिन कम से कम 1 शारीरिक गतिविधि में शामिल होना चाहिए, और आपके भोजन और सोने के समय के बीच 2 से 3 घंटे का अंतर होना जरूरी है. लेकिन इसमें भी हर किसी की अलग जरूरत हो सकती है. ऐस में अपनी एप्रोच को सस्टेनेबल और फ्लेक्सिबल रखने की कोशिशि करें.
उदाहरण के लिए: