Oral Allergy Syndrome: क्या है ओरल एलर्जी सिंड्रोम, जिसकी वजह से सब्ज़ियां और फल नहीं खा सकती है यह लड़की

इंग्लैंड में रहने वाली 27 वर्षीय क्लोई रईसबेक ने पिछले 20 साल से ज़्यादा समय से एक भी हरी सब्जी नहीं खाई है और उनका कहना है कि अगर उन्होंने इसकी एक भी बाइट ली तो वह मर सकती हैं.

fruits could lead to allergy
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 24 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 2:27 PM IST

क्या आप मान सकते हैं कि किसी के लिए फ्रूट खाना जानलेवा हो सकता है? शायद नहीं, क्योंकि फल खाना तो सेहत के लिए अच्छा होता है तो फिर किसी की जान पर बात कैसे आ सकती है. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि कुछ लोगों के लिए फल या कच्ची सब्जियां खाना जानलेवा एलर्जी की वजह बन सकती है. 

इंग्लैंड में रहने वाली 27 वर्षीय क्लोई रईसबेक ने पिछले 20 साल से ज़्यादा समय से एक भी हरी सब्जी नहीं खाई है और उनका कहना है कि अगर उन्होंने इसकी एक भी बाइट ली तो वह मर सकती हैं. सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन क्लोई 15 तरह के फल, सब्जियां और नट्स नहीं खा सकती हैं. यहां तक कि बहुत से फल-सब्जियां तो वह सिर्फ इसलिए नहीं खातीं कि कहीं यह जानलेवा न हो जाए. 

यह एलर्जी है वजह 
क्लोई को फल-सब्जियां से जो एलर्जी है उसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम (OAS) कहा जाता है. जनवरी 2005 में सात साल की उम्र में क्लोई को इस एलर्जी का पता चला था. बचपन में एक बार स्कूल में आड़ू खाने से उसके होंठ सूज गए और गले में खुजली होने लगी. उन्होंने स्कूल में मेडिकल रूम में दिखाया लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. उसी हफ़्ते उन्होंने एक सेब खाया और फिर से उन्हें इसी तरह के लक्षण दिखने लगे. 

उन्हें डॉक्टरों के पास ले जाया गया, जहां ब्लड टेस्ट से पुष्टि हुई कि उन्हें एलर्जी है. इसके बाद उन्हें एक एलर्जिस्ट के पास भेजा गया और यहां पता चला कि उन्हें OAS है. क्लोई को अब 15 अलग-अलग फलों, सब्जियों और नट्स से एलर्जी है. इनमें केला, कीवी, गाजर, बादाम और शिमला मिर्च शामिल हैं. 20 सालों से वह बहुत से फल और सब्जियां खाने से परहेज कर रही हैं. पोषण के लिए वह अब मल्टीविटामिन सप्लीमेंट पर निर्भर हैं. 

क्या है ओरल एलर्जी सिंड्रोम
ओरल एलर्जी सिंड्रोम (Oral Allergy Syndrome) एक प्रकार की एलर्जिक रिएक्शन है, जो कुछ फलों, सब्ज़ियों और नट्स को खाने पर होती है, खासकर उन लोगों को जो पहले से पोलिन एलर्जी (pollen allergy) से ग्रसित होते हैं. इसे Pollen-Food Allergy Syndrome (PFAS) भी कहा जाता है. ओएएस तब होता है जब आपके शरीर का इम्यून सिस्टम फल, सब्ज़ी या नट्स में मौजूद प्रोटीन को परागकण (pollen) जैसा समझ लेता है. यह क्रॉस-रिएक्शन कहलाता है. 

ओरल एलर्जी सिंड्रोम (OAS) ज़्यादातर उन्हीं लोगों को होता है जिन्हें पेड़, घास या खरपतवार (weed) के परागकण से एलर्जी होती है. इसे सीज़नल एलर्जी या एलर्जिक राइनाइटिस भी कहा जाता है. 3 साल से छोटे बच्चों को OAS होने की संभावना बहुत कम होती है, क्योंकि परागकण से एलर्जी डेवलप होने में कुछ साल लग जाते हैं. अगर किसी को बर्च पोलिन (Birch pollen) से एलर्जी है तो उन्हें सेब, नाशपाती, गाजर, बादाम, चेरी, और कीवी खाने से परेशानी हो सकती है. वहीं, रैगवीड (Ragweed)    से एलर्जी वाले लोग खरबूज़ा, केला, ज़ूकीनी, और खीरा नहीं खा सकते. ग्रास पोलिन (Grass pollen) से एलर्जी होने पर व्यक्ति टमाटर, आलू, और मटर नहीं खा सकता है. 

क्या होते हैं इस एलर्जी के लक्षण:
ओरल एलर्जी सिंड्रोम के लक्षण ट्रिगर फूड खाने के तुरंत बाद शुरू होते हैं, और इसमें शामिल हैं:

  • आपके होठों, मुंह, जीभ या गले में खुजली, झुनझुनी या हल्की सूजन होना
  • आपके होठों या मुंह पर गांठें आना
  • इसके अलावा, मतली हो सकती है
  • कुछ कच्चे खाद्य पदार्थों को छूने पर आपकी त्वचा में खुजली, लालिमा या सूजन
  • पित्ती या दाने
  • सांस लेने में परेशानी (एनाफिलेक्सिस) और दुर्लभ गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं. 

ज़्यादातर मामलों में लक्षण कुछ मिनटों में खुद-ब-खुद ठीक हो जाते हैं. लेकिन बहुत ही दुर्लभ मामलों में यह गंभीर एलर्जी (एनाफिलेक्सिस) में बदल सकता है. 

बचाव और इलाज:

  • जिन फलों-सब्ज़ियों से रिएक्शन होता है, उन्हें खाने से बचें.
  • कुकिंग (उबालना या पकाना) से एलर्जन प्रोटीन टूट जाते हैं, इसलिए पकाए हुए फल-सब्ज़ियाां आमतौर पर सुरक्षित होती हैं.
  • लक्षण सामने आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. 

 

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