क्या आप भी हर काम में परफेक्शन की चाहत रखते हैं. और अगर किसी काम में पीछे रह जाते हैं या कम रह जाते हैं तो निराश महसूस करते हैं? अगर हां तो हो सकता है आप प्रोडक्टिविटी एंजाइटी के शिकार हैं. आजकल के वर्क कल्चर में नौकरी को प्राइयोरिटी देना और अपने करियर में हमेशा आगे बढ़ने की चाहत ने लोगों के आत्मसम्मान को प्रभावित किया है. वर्क प्रेशर कभी-कभी हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है.
प्रोडोस्कोर की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 महामारी के दौरान टॉक्सिक प्रोडक्टिविटी में वृद्धि हुई. लोगों को अपनी क्षमता दिखाने के लिए वीकेंड पर काम करना पड़ा. इसने ऐसे वर्क कल्चर को जन्म दिया जिसने वर्क लाइफ बैलेंस को प्रभावित किया है. हमेशा काम करने की लत, हारने का डर लोगों को प्रोडक्टिविटी एंजाइटी की तरफ लेकर जा रहा है.
प्रोडक्टिविटी एंजाइटी क्या है?
प्रोडक्टिविटी एंजाइटी एक प्रकार की एंजाइटी है जो तब होती है जब हम अपने जीवन जीने के तरीकों के बारे में अधूरा महसूस करते हैं. जब प्रोडक्टिव होने की बात आती है तो प्रोडक्टिविटी एंजाइटी 'पर्याप्त नहीं होने' का एक सताने वाला डर है. Insufficiency की यह भावना कई वजहों से हो सकती है जैसे परफेक्शनिस्ट होना, विफलता का डर, साथियों का दबाव. इसका परिणाम यह होता है कि आप कभी भी पर्याप्त कार्य नहीं कर पाते हैं.
क्यों होती है प्रोडक्टिविटी एंजाइटी?
हम सभी के पास लाइफ को लेकर अपने-अपने डिजायर हैं. जब हम अपनी मर्जी के हिसाब से जीने में असफल हो जाते हैं, तो हम असफलताओं की ओर बढ़ने लगते हैं और प्रोडक्टिविटी एंजाइटी होने लगती है. प्रोडक्टिविटी एंजाइटी मानसिक और भावनात्मक रूप से आपको प्रभावित कर सकता है.
प्रोडक्टिविटी एंजाइटी के लक्षण
अगर आपको हर समय ये लग रहा है कि आपको आराम करने की जगह काम करना चाहिए तो हो सकता है आप प्रोडक्टिविटी एंजाइटी के शिकार हों.
हम अपने कई लोग self-worth की तुलना अपनी परफॉर्मेंस से करते हैं. इसलिए, जब भी हम आराम करने की कोशिश करते हैं तो हम unworthy महसूस करते हैं.
अपने आत्म-सम्मान की भावना को वर्क परफॉर्मेंस से जोड़ना भी प्रोडक्टिविटी एंजाइटी के लक्षण हो सकता है.
काम या प्रोजेक्ट को टालना या देरी करना क्योंकि आप 'खराब काम' करने से डरते हैं.
ऐसे करें बचाव
आपको अपनी टीम का सबसे प्रोडक्टिव मेंबर बनने की जरूरत नहीं है. खासतौर पर तब जब आपके काम की वजह से आपकी मेंटल हेल्थ प्रबावित हो रही हो.
जरूरी नहीं कि आपके सभी टास्क आप अकेले ही करें. किसी कुलीग या मेंटर की मदद लेने में कोई बुराई नहीं है.
एक अच्छे सपोर्ट सिस्टम का होना आपके खाली समय में सेल्फ डाउट की भावनाओं से बचने का शानदार तरीका है. अगर आपका कोई दोस्त नहीं है या आप अपने परिवार से दूर रहते हैं, तो ऐसे लोगों ग्रुप बनाएं जो आपके शौक ऑनलाइन या कार्यस्थल पर साझा करें.
अपनी लिमिट्स निर्धारित करें और ऑफिस में देर तक रुके रहना या ओवरटाइम काम करने को अपनी आदत न बनाएं.