कोरोना ठीक होने के बाद अगर आपको हो रही ये दिक्कतें तो आप हो सकते हैं Long-covid का शिकार, जानिए बचाव के उपाय

इजरायल में किए गए एक छोटे से ट्रायल टेस्ट में यह पता लगा कि अगर लॉन्ग कोविड का मरीज शुद्ध ऑक्सीजन में सांस लेता है तो उसमे सुधार होता है. रिसर्च ने लगभग 73 रोगियों को जो कि पोस्ट-कोविड के लक्षणों से जूझ रहे थे, उन्हें कम से कम तीन महीने तक हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी (HBOT)या फिर sham ट्रीटमेंट लेने के लिए कहा गया.

Coronavirus
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST
  • ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने से ठीक हुए मरीज 
  • 73 रोगियों पर किया गया टेस्ट

देश में कोरोना संक्रमण की लहर का असर जरूर कम हुआ है लेकिन बीमारी अभी खत्म नहीं हुई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि कोरोना वायरस शरीर से तो चला जाता है लेकिन इसका असर लंबे समय तक बना रह सकता है. आमतौर पर कोरोना वायरस 10-20 दिनों तक चलने वाली एक गंभीर बीमारी है और कुछ मरीजों में यह बीमारी 12 सप्ताह या उससे अधिक तक भी रह सकती है. यह आपके शरीर को काफी कमजोर बना सकती है. यह वायरस शरीर के कई अंगों पर भी बुरा असर डालता है.

दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की रिसर्च के अनुसार, लगभग 23 % मरीजों को लॉन्ग कोविड का प्रभाव झेलना पड़ा है. साइंटिफिक रिपोर्ट में पब्लिश एक रिपोर्ट का दावा है कि अगर कोरोना संक्रमण के समय मरीज मोटे थे या उन्हें बाल झड़ने, सिरदर्द या गले में खराश आदि की कोई समस्या थी, तो रोगियों में लॉन्ग कोविड होने की संभावना अधिक है.

ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने से ठीक हुए मरीज 
इस बीच, इजरायल के एक छोटे से ट्रायल टेस्ट से यह पता चलता है कि अगर लॉन्ग कोविड का मरीज शुद्ध हवा में सांस लेता है तो उसमे सुधार देखा जा सकता है. रिसर्च ने लगभग 73 रोगियों को जो कि पोस्ट-कोविड के लक्षणों से जूझ रहे थे, उन्हें कम से कम तीन महीने तक हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी (HBOT) या फिर sham ट्रीटमेंट लेने के लिए कहा गया. एचबीओटी समूह के मरीजों ने इसके 40 सेशन लिए,जिसमें हवा का दबाव तीन गुना ज्यादा था, जिससे लंग्स में ऑक्सीजन की मात्रा ठीक हो गई. रिपोर्ट की मानें तो आखिरी सेशन के बाद इन 40 मरीजों के समूह में sham ट्रीटमेंट लेने वालो की तुलना से बहुत अच्छे पैमाने पर सुधार देखा गया. यह लॉन्ग कोविड के खिलाफ पहला हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी ट्रायल टेस्ट था.

लॉन्ग कोविड क्या है?
लंबे समय तक चलने वाले लक्षणों को लॉन्ग कोविड (Long covid symptoms) कहा जाता है. एक बार व्यक्ति अगर कोरोना की बीमारी से संक्रमित हो जाता है, उसके बाद वह इससे लंबे अरसे तक प्रभावित हो सकता है. कुछ मरीज महीनों तक इस संक्रमण के प्रभाव का शिकार रहते हैं और इसी कारण से उनकी नार्मल लाइफ भी खराब हो जाती है. लंबे अरसे तक कोविड के लक्षणों को महसूस करना लॉन्ग कोविड कहलाता है, भले ही आप संक्रमित न हो लेकिन इसका प्रभाव आपके शरीर पर बना रहता है.

लॉन्ग कोविड के लक्षण
अगर आपको कोविड इंफेक्शन से उबर पाने के बाद भी कुछ सप्ताह तक ठीक महसूस नहीं हो रहा है तो आप लॉन्ग कोविड का शिकार हो सकते हैं. थकान,सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण ठीक होने के बाद भी दिखाई देना लॉन्ग कोविड है. इसके अलावा आप काम करने में एनर्जी की कमी भी महसूस कर सकते हैं. 

 

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