WHO ने Omicron को बताया ‘High Risk’, नए वायरस को लेकर कही ये 7 जरूरी बातें

दक्षिण अफ्रीका, जहां 24 नवंबर को इस नए वेरिएंट का पता लगाया था, वहां ओमिक्रॉन मामलों में गिरावट देखी जा रही है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है, संभवतः ये उछाल कुछ ही समय के लिए था. ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और डेनमार्क के शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन से अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम है.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:58 AM IST
  • इस नए वायरस की ग्रोथ रेट काफी ज्यादा है
  • ओमिक्रॉन से होने वाला रिस्क काफी ज्यादा है

कोविड-19 के नए वेरिएंट ने पूरे विश्व को चिंता में डाल दिया है. ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को अपनी साप्ताहिक कोविड-19 एपिडेमीओलॉजिकल अपडेट रिलीज की है. इसमें उन्होंने ओमिक्रॉन वेरिएंट को ‘ज्यादा रिस्क’ वाला बताया है. हालांकि, दक्षिण अफ्रीका, जहां 24 नवंबर को इस नए वेरिएंट का पता लगाया था, वहां ओमिक्रॉन मामलों में गिरावट देखी जा रही है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है, संभवतः ये उछाल कुछ ही समय के लिए था. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में 7 बातें कही हैं:- 

1. नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से होने वाला रिस्क काफी ज्यादा है.

2. ओमिक्रॉन वेरिएंट कोविड-19 के पिछले वेरिएंट डेल्टा से ज्यादा खतरनाक है. यह उससे तेजी से फैलता है.  ये खुद को 2-3 दिनों के अंदर ही दोगुना कर सकता है. 

3. ओमिक्रॉन के मामले तेजी ब्रिटेन और अमेरिका में तेजी से बढ़ रहे हैं. यह वहां चिंता का कारण बन गया है.

4. दक्षिण अफ्रीका में अब मामलों में गिरावट देखी गई है.

5. इस नए वायरस की ग्रोथ रेट काफी ज्यादा है. 

6. ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और डेनमार्क के शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन से अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम है.

7. प्रारंभिक आंकड़े बताते हैं कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ओमिक्रॉन को बेअसर करने में कम सक्षम हो सकती है.

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह की तुलना में 20 और 26 दिसंबर के बीच कोविड -19 के मामलों की कुल संख्या में 11% की वृद्धि हुई है. अमेरिकी में 39% के साथ केस में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है, इसके बाद अफ्रीकी में 7% की दर से केस बढ़े हैं. हालांकि, दक्षिण-पूर्व एशिया में वायरस के मामलों में कमी आई है. 

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