अगर आप भी अपने घरों में खाना बनाने के लिए नॉन स्टिकी बर्तन का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए. इसका इस्तेमाल करने से पॉलीमर फ्यूम फीवर नाम की बीमारी हो रही है. पिछले 12 साल में इसके 3600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
यूएस में टेफ्लॉन फ्लू का खतरा
यह फ्लू जैसी बीमारी कुकवेयर में इस्तेमाल होने वाली कुछ नॉनस्टिक कोटिंग्स से निकलने वाले धुएं से जुड़ी हुई है. लोकप्रिय नॉनस्टिक कोटिंग ब्रांड के कारण इसे अक्सर "टेफ्लॉन फ्लू" के रूप में जाना जाता है. यूएस में इस बीमारी की वजह से 250 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. नॉनस्टिक बर्तन में खाना बनाने से टेफ्लॉन फ्लू का खतरा रहता है.
क्या होता है पॉलिमर फ्यूम बुखार
पॉलिमर फ्यूम बुखार एक ऐसी स्थिति है जब अत्यधिक गर्म पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (पीटीएफई) से निकलने वाले जहरीले धुएं में हम सांस लेते हैं. यह बीमारी आम तौर पर नॉनस्टिक कुकवेयर में पाए जाने वाले फ्लोरोकार्बन के डिग्रेडेशन की वजह से होती है. खाना बनाने वाली महिलाएं खासतौर पर इसकी शिकार हो सकती हैं. जबकि बाहरी लोग खराब वेंटिलेशन या हाथ की स्वच्छता न रखने की वजह से इसका शिकार हो सकते हैं.
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण
पॉलिमर फ्यूम बुखार के लक्षण आम तौर पर जोखिम के कुछ घंटों के भीतर विकसित होते हैं लेकिन कई बार लक्षण दिखने में 24 घंटे तक का समय लग सकता है. बुखार, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द और ठंड लगना, इस बीमारी के सामान्य लक्षण हैं. ज्यादातर मरीज कुछ ही दिनों में इस बीमारी से ठीक हो जाते हैं. गंभीर मामलों में इससे जान भी जा सकती है.
क्या कहती है ICMR गाइडलाइंस
कुकवेयर को लेकर हाल ही में ICMR ने गाइडलाइन जारी की थी. ICMR गाइडलाइंस के मुताबिक मिट्टी के बर्तनों में कम तेल की ज़रूरत होती है और ये किसी केमिकल का इस्तेमाल किए बिना खाने के नेचुरल टेस्ट और न्यूट्रिएंट्स को बनाए रखने में मदद करते हैं. नॉन-स्टिक कुकवेयर की कोटिंग्स में जिस तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल होता है, वो सेहत के लिए खतरनाक होता है. जो लोग PTFE (टेफ्लॉन) कुकवेयर को ज़्यादा गर्म करते हैं, वे भी टेफ्लॉन फ्लू से पीड़ित हो सकते हैं.