Antibiotics लेने की वजह से महिला की जीभ पड़ गई काली, उग आए बाल...जानिए क्या है Black Hairy Tongue Syndrome

एक अजीबोगरीब घटना में, डॉक्टरों ने एक दुर्लभ मामला पाया है जिसमें एक महिला की जीभ काली और बालों वाली हो गई. महिला को एंटीबायोटिक्स की वजह से रिएक्शन हो गया था.

Black Hairy Tongue Syndrome
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 12 मई 2023,
  • अपडेटेड 9:33 AM IST

एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल लोगों के बीच आम हो गया है। पर इसके ज्यादा सेवन से फायदा की जगह नुकसान भी हो सकते हैं. जापान में ऐसा ही कुछ हुआ है. यहां एक दुर्लभ मामले में एक 60 वर्षीय महिला को एंटीबायोटिक दवाओं से ऐसा रिक्शन हुआ जोकि बहुत ही अजीब था. दवाईयों की वजह से महिला की जीभ काली पड़ गई थी. महिला रेक्टल कैंसर से जूझ रही थी और 14 महीने पहले जापान से उसने अपना इलाज कराना शुरू किया था. महिला माइनोसाइक्लिन ले रही थी जोकि एक आम एंटीबायोटिक दवा है जो मुंहासे से लेकर निमोनिया तक के इलाज में काम आती है.

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल केस रिपोर्ट्स के अनुसार, कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए, महिला पैनिटुमुमाब-प्रेरित त्वचा के घावों को रोकने के लिए प्रति दिन लगभग 100mg मिनोसाइक्लिन ले रही थी. रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा कि एंटीबायोटिक के साइड इफेक्ट की वजह से रोगी को हाइपरपिग्मेंटेशन हो गया और उसकी जीभ (BHT)पर बाल जैसे उग आए.  

बीएचटी क्या है?
डॉक्टरों के अनुसार, काले बालों वाली जीभ एक सुसाध्य रोग की प्रतिवर्ती स्थिति है जो एक काले और रोयेंदार सी दिखती है. यह जीभ की सतह पर पपीली के कई छोटे अनुमानों पर मृत त्वचा कोशिकाओं के निर्माण के परिणामस्वरूप होता है जिसमें टेस्ट बड्स शामिल होते हैं. बैक्टीरिया, खमीर, तम्बाकू, भोजन और अन्य पदार्थ की वजह से इस पर स्टेन आ सकता है. जीभ का रंग अजीब होने के अलावा, एक व्यक्ति के मुंह में स्वाद या धातु का स्वाद बदल सकता है. सांसों में बदबू आ सकती है और गैगिंग (बोलने में असमर्थ होना) या गुदगुदी की अनुभूति हो सकती है.

बीएचटी विभिन्न दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में भी हो सकता है. चूंकि रोगी को पैनिटुमुमाब (panitumumab)और मिनोसाइक्लिन (minocycline)दोनों दिए गए थे. इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि किस दवा के दुष्प्रभाव से ऐसा हुआ है. हालांकि, जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि मिनोसाइक्लिन बीएचटी का कारण है क्योंकि रोगी के चेहरे पर ग्रे हाइपरपिग्मेंटेशन भी दिखाई देता है. ऑक्सीकृत होने पर मिनोसाइक्लिन काला हो जाता है और इससे त्वचा का रंग बिगड़ सकता है.

यह निष्कर्ष निकालने पर कि मिनोसाइक्लिन BHT का कारण है, डॉक्टरों ने दवा बंद कर दी और रोगी को ट्राइफ्लुरिडाइन और टिपिरासिल हाइड्रोक्लोराइड प्लस बेवाकिज़ुमैब संयोजन चिकित्सा में बदल दिया गया. डॉक्टरों ने बताया कि छह हफ्ते बाद, उसके चेहरे का रंग और बीएचटी में उल्लेखनीय सुधार हुआ. 

एक्सपर्ट्स ने इस मामले पर तीन महत्वपूर्ण बिंदु शेयर किए हैं.

  • यदि रोगी त्वचा की हाइपरपिग्मेंटेशन विकसित करता है, तो ली गई दवाओं की जांच करें.
  • माइनोसाइक्लिन त्वचा के हाइपरपिग्मेंटेशन के साथ-साथ काले बालों वाली जीभ का कारण बन सकता है.
  • प्रेरक एजेंट के बंद होने से त्वचा की हाइपरपिग्मेंटेशन और काली बालों वाली जीभ में सुधार हो सकता है.

 

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