वैसे तो कहा जाता है कि फोन को बच्चों से दूर रखना चाहिए.लेकिन इसी फोन की बदौलत एक महिला को अपने बच्चे में ऐसी बीमारी का पता चला जिसने उसके होश उड़ा दिए.महिला को कैमरे के फ्लैश से बेटे के कैंसर का पता चला.क्यों चौंक गए ना आप भी? दरअसल लंदन के केंट की रहने वाली एक महिला अपने 3 महीने के बेटे की फोटो खींच रही थी, तभी मोबाइल की रोशनी में उसे बच्चे की आंख में कुछ दिखा. दिखाने पर पता चला कि बेटे को दुर्लभ प्रकार का कैंसर है.
महिला को क्या दिखा?
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक,40 वर्षीय सारा हेजेस (Sarah Hedges)नवंबर 2022 में घर में खाना बना रही थीं.तभी उनकी नजर अपने 3 महीने के बच्चे पर पड़ी.उसकी आंख में एक अजीब सफेद चमक नजर आई.उसकी आंखें बिल्ली की तरह दिख रही थीं.महिला को ये देखकर थोड़ी चिंता सी हुई क्योंकि यह असामान्य था.उन्होंने तुरंत अपने स्मार्टफोन की फ्लैशलाइट जलाई और बच्चे की आंख को करीब से देखा.इसके बाद उन्होंने इसके बारे में इंटरनेट पर सर्च किया. काफी घंटे अलग-अलग चीजों पर सर्च करने के बाद उन्हें पता चला कि यह कैंसर है. इसके बाद वो बच्चे को लेकर डॉक्टर के पास गईं. डॉक्टर ने उन्हें बताया कि ये कैंसर की शुरुआत है. बच्चे को वहां के बड़े अस्पताल मेडवे में रेफर कर दिया गया.
अब कैंसर फ्री है बच्चा
थॉमस की आंख का वहां पर इलाज किया गया है. यह आंख के कैंसर का बहुत ही रेयर टाइप है जोकि बहुत तेजी से फैलता है. इसे रेटिनोब्लास्टोमा के नाम से जाना जाता है.इससे आंख की रोशनी जा सकती है.बच्चे की मां ने तुरंत थॉमस का इलाज शुरू करवाया. बीमारी की शुरुआत में ही इसका पता लगने से उन्हें काफी मदद मिली. थॉमस की नवंबर 2022 में 6 बार कीमोथेरेपी हुई. आखिरकार 10 मई 2023 को आखिरकार डॉक्टरों ने उसे कैंसर मुक्त घोषित किया.
सारा ने विशेषकर बचपन में कैंसर के लक्षणों के संबंध में सतर्कता और जागरूकता के महत्व को भी शेयर किया. चाइल्डहुड आई कैंसर ट्रस्ट (CHECT) जैसे संगठन थॉमस की आंखों में सफेद चमक जैसे सूक्ष्म संकेतों को पहचानने के महत्व पर जोर देते हैं.वे बताते हैं कि अगर शुरुआती स्टेज में इसका पता लग जाए तो बच्चे की जान बचाई जा सकती है.थॉमस के मामले में तुरंत कार्रवाई और समय पर उपचार महत्वपूर्ण था जिसने उसे कैंसर मुक्त करने में मदद की.