World Kidney Day 2024: क्यों बढ़ रहे हैं किडनी में पथरी के मामले? आज ही बदलें इन 7 आदतों को 

किडनी में पथरी जब होती है तो किडनी या यूरीनरी ट्रैक्ट में मिनिरल और सॉल्ट कठोर रूप में जमा हो जाते हैं. ये पत्थर कितने भी छोटे और बड़े हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को इसके लिए जागरूक करना बेहद जरूरी है.

Kidney Stone
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 9:51 AM IST
  • गुर्दे की पथरी होती है खतरनाक 
  • गुर्दे में पथरी के कई कारण हैं

World Kidney Day: हर दिन कई लोग पथरी की शिकायत करते हैं. इसमें भी सबसे खतरनाक होती है किडनी में होने वाली पथरी जिसे हम किडनी स्टोन भी कहते हैं. हालांकि, किडनी में पथरी होने के कई मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य किडनी से जुड़ी बीमारियों का पता लगाकर उनकी रोकथाम करना है. 

गुर्दे की पथरी होती है खतरनाक 

गुर्दे में होने वाली पथरी को चिकित्सकीय भाषा में रीनल कॅल्क्युली (renal calculi) कहते हैं. इसमें किडनी या यूरीनरी ट्रैक्ट में मिनिरल और सॉल्ट कठोर रूप में जमा हो जाते हैं. ये पत्थर कितने भी छोटे और बड़े हो सकते हैं. छोटे दाने से लेकर गोल्फ की गेंदों जितने बड़े तक ये यूरिनरी सिस्टम में जब प्रवेश करते हैं तो इनसे खतरनाक दर्द होता है. ये असहनीय दर्द होता है. 

गुर्दे में पथरी के कारण 

1. डाइट संबंधी आदतें: खराब डाइट्री ऑप्शन, जिसमें ज्यादा मात्रा में सोडियम, चीनी और प्रोसेस्ड फूड शामिल हैं, गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ा देते हैं. इसके आलावा, पालक, नट्स और चॉकलेट जैसे ऑक्सालेट वाले फूड आइटम्स भी अगर हम ज्यादा खाएं तो पथरी होने का खतरा बढ़ सकता है. 

2. डिहाइड्रेशन: अगर आप कम पानी पीते हैं और आपके शरीर में डिहाइड्रेशन हो रहा है तो पेशाब गाढ़ा हो जाता है, जिससे मिनिरल  क्रिस्टलीकरण और पथरी बनती हैं. दिन भर में पर्याप्त पानी का सेवन करके गुर्दे की पथरी को बनने से रोका जा सकता है. 

3. मोटापा: अगर आपका मोटापा बढ़ता जा रहा है तो गुर्दे की पथरी जल्दी बढ़ती है. मोटापा कैल्शियम, ऑक्सालेट और दूसरे पत्थर बनाने वाले पदार्थों के मेटाबॉलिज्म को बदल देता है. 

4. लाइफस्टाइल: अगर आपका लाइफस्टाइल अच्छा नहीं है, गतिहीन है और आप एक्सरसाइज वगैरह नहीं करते हैं तो इससे मोटापा बढ़ सकता है और इससे गुर्दे में पथरी बन सकती है. नियमित व्यायाम करने से न केवल वजन कंट्रोल रखने में मदद मिलती है बल्कि किडनी भी स्वस्थ रहती है. 

5. पर्यावरणीय कारक: प्रदूषण और पर्यावरणीय कारणों की वजह से भी गुर्दे की पथरी बढ़ रही है. पानी में मौजूद कुछ प्रदूषक तत्व उसकी गुणवत्ता को खराब करते हैं, साथ ही  कैल्शियम और मैग्नीशियम के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है.

6. डाइट पैटर्न में बदलाव: अगर आपने अपने डाइट पैटर्न में बदलाव किया है तो ये भी किडनी में पथरी का कारण हो सकता है. आप अगर फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड ज्यादा खाते हैं तो गुर्दे की पथरी के मामले बढ़ सकते हैं. इन सभी में अनहेल्दी फाइट, सोडियम और शुगर ज्यादा होता है. जिससे व्यक्तियों में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है.

7. ऑक्सालेट सेवन: केटोजेनिक और चुनिंदा शाकाहारी फूड में ऑक्सालेट होता है, जिससे संभावित रूप से गुर्दे की पथरी के मामले बढ़ते हैं. 

इन उपायों से करें रोकथाम 

नियमित मेडिकल चेकअप और स्क्रीनिंग गुर्दे की पथरी के बारे में शुरुआत में ही बता सकती है. शुरुआत में अगर इसका पता लग जाए तो आगे आने वाली परेशानियों को रोका जा सकता है. ऐसे में किडनी के स्वास्थ्य के लिए ये काफी जरूरी है. इसके अलावा, ऐसी बीमारियों को लेकर जागरूकता, जीवनशैली में बदलाव बेहद जरूरी है. 


 

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