हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाना का उद्देश्य लोगों में मच्छर जनित बीमारियों को लेकर जागरुक करना है. पूरी दुनिया में हर साल मच्छर से फैलने वाली बीमारियों से 10 लाख से अधिक लोग जान गंवा देते हैं.
1897 में आज ही के दिन ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस ने मादा एनोफिलीज मच्छर के पेट में मलेरिया परजीवी की पहचान की थी. इससे मनुष्यों में मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के बारे में पहला सबूत मिला. आपकी जानकारी के लिए बता दें, सभी मच्छर बीमारियां नहीं फैलाते हैं. डेंगू, चिकनगुनिया और जीका वायरस की बीमारियां दिन में काटने वाले एडीज (स्टेगोमिया) मच्छरों द्वारा फैलती हैं.
डेंगू के लिए 2024 सबसे खराब साल
डेंगू के मामलों के लिए 2024 सबसे खराब साल है क्योंकि 80 देशों में 11 मिलियन से ज्यादा मामले सामने आए हैं. जिसमें से 24,000 से ज्यादा मामले गंभीर हैं और दुनिया भर में डेंगू की वजह से इस साल अब तक 6,500 से ज्यादा मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं.
मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारियां
मच्छर कई बीमारी की वजह बने हुए हैं. हर साल लाखों लोग मच्छरों के काटने की वजह से बीमार होते हैं. बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हो जाती है. पूरी दुनिया में मच्छर के काटने से फैलने वाली 10 से अधिक बीमारियां हैं. ये मच्छर मलेरिया, डेंगू, येलो फीवर, जीका वायरस, चिकनगुनिया और वेस्ट नाइल वायरस जैसी गंभीर बीमारियों के वाहक होते हैं
मच्छरों का काटना बेहद गंभीर
मच्छर का काटना मामूली परेशानी की तरह लग सकता है, जो कई बार स्किन पर लाल धब्बे छोड़ जाता है और कुछ दिनों के बाद ठीक भी हो जाता है लेकिन इन छोटी-छोटी परेशानियों के पीछे कहीं अधिक गंभीर खतरा छिपा है. मच्छर के काटने से ऐसी बीमारियां हो सकती हैं जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं. मच्छरजनित बीमारियों के लक्षण में तेज सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, तेज बुखार, मतली, थकान, गंभीर पेट दर्द, उल्टी शामिल है.
मच्छरों से बचाव के उपाय
असल में केवल मादा मच्छर ही काटते हैं और वायरस से होने वाली मलेरिया समेत दूसरी बीमारियों को फैलाते हैं. इसलिए इनकी रोकथाम के लिए क्वॉयल, मच्छर रिपेलेंट का इस्तेमाल, स्प्रे, लंबी बाजू के कपड़े पहनना, खिड़की के पर्दे लगाना, और पानी जमा न होने देना...ये कुछ ऐसे उपाय हैं जिनसे मच्छरों पर लगाम लगाई जा सकती है. किसी भी लक्षण के नजर आने पर बिना ज्यादा देर किए डॉक्टर को दिखाएं.