दुनिया भर में आज विश्व दृष्टि दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन की शुरूआत लायंस इंटरनेशल क्लब फाउंडेशन के द्वारा की गई थी. इस दिन को मनाने का उदेश्य है लोगों को आंखों की नियमित जांच, उपचार और जरूरी परहेज को लेकर जागरूक करना. एक रिपोर्ट के मुताबिक 220 करोड़ लोग दुनियाभर में नेत्र संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं. 49.5 लाख लोग भारत में दृष्टिहीन हैं. वहीं 70 लाख लोग आंखों से संबंधी तकलीफ से पीड़ित हैं. आंखों की रोशनी प्रकृति का एक वरदान जैसा है. ये हमारे शरीर का एक खास अंग है, जिससे हम इस दुनिया को देख पाते हैं. विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर चलिए हम आपको आंखों के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं.
आंखें 1 करोड़ से ज्यादा रंगों के बीच का फर्क पहचान सकती हैं.
आपकी आंखें हर सेकेंड में 50 अलग-अलग वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं.
खुली आँखों से छींकना लगभग नामुमकिन है.
आंखों के रंग में हरा रंग सबसे दुर्लभ है. सिर्फ 2% लोगों की आंखों का रंग हरा है.
हम अपने जीवन की 80 प्रतिशत चीजें आंखों से सीखते हैं.
हमारी आंखें 1.7 मील दूर मोमबत्ती की लौ का भी पता लगा सकती हैं.
एक मिनट में कम से कम 10 से 15 बार पलकें झपकना चाहिए.
आपकी आंख शरीर में सबसे तेजी से सिकुड़ने वाली मांसपेशी है.
औसत जीवन में आपकी आंखें 24 मिलियन अलग-अलग तस्वीरें देख सकती हैं.
लोगों की आंखों की 45 प्रतिशत तक पुतलियां तब फैल जाती हैं, जब वो इस इंसान को देखती हैं, जिससे वे प्यार करती हैं.
कॉर्निया अकेला ऐसा टिशू हैं जिनमें खून नहीं होता है.
आंखों का आकार जन्म से एक समान ही रहता है.