कभी नरम कभी गरम. कभी धूप कभी छांव. फरवरी के बाद मार्च में भी मौसम की मनमर्जियां जारी है. लेकिन कभी ठंड कभी गर्मी वाले इस मौसम का असर भी कभी खुशी कभी गम वाला है. आमतौर पर सभी और खासतौर पर बच्चे खांसी सर्दी और बुखार की चपेट में हैं. एक तरफ डॉक्टर्स के पास मरीजों की लाइन लगी है, वहीं चिन्ता बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी है, क्योंकि मार्च परीक्षा का महीना है. जाहिर है ऐसे मौसम में सेहत को लेकर सावधानी बेहद जरूरी है. इसलिए जरूरी है कि हॉर्न बजाया जाए.
After February, the whims of the weather continue in March as well. But the effect of this season, which is sometimes cold and sometimes hot, is also sometimes happy and sometimes sad. Generally everyone and especially children are in the grip of cough cold and fever