बीमार होने पर आप डॉक्टर के पास जाते हैं. अस्पताल का रूख करते हैं. लेकिन क्या शरीर के किसी अंग में हुए इंफेक्शन को लेकर इतनी तत्परता दिखाते हैं. शायद नहीं. ऐसा इसलिए क्योंकि अव्वल तो शरीर के अंदर हो रहे इंफेक्शन का पता नहीं होता और बाहरी त्वचा पर हुए इंफेक्शन को आमतौर पर हम तवज्जो नहीं देते. क्योंकि सोच ये है कि इंफेक्शन खतरनाक नहीं होता. लेकिन इसी सोच या आदत के खिलाफ हॉर्न बजाने की जरूरत है. क्योंकि एक स्टडी के मुताबिक देश की एक बड़ी आबाद फंगल इंफेक्शन की चपेट में है और इनमें कई इंफेक्शन जानलेवा भी साबित हो सकते हैं.
the thinking is that infection is not dangerous. But there is a need to blow horn against this thinking or habit. Because according to a study, a large population of the country is in the grip of fungal infection and many of these infections can prove to be fatal.