सरकार के साथ किसानों की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद हैं. ड्रोन की मदद से किसानों पर नजर रखी जा रही है.
शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस की तरफ से ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे गए.
सरकार अभी भी किसानों से बातचीत के लिए तैयार है. कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि वे किसानों से बातचीत के लिए तैयार हैं. किसानों ने 13 सूत्रीय मांगें रखी थी. जिसमें से 10 पर सहमति बन गई है. 3 मांगों को लेकर पेंच फंसा हुआ है.
आंदोलन को लेकर पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट है. बॉर्डर पर महिला सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं. हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसान आंदोलन के दौरान बदमाश सार्वजनिक संपत्ति और आम लोगों को निशाना बना सकते हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों से पंगा ना ले. हम शांति से बैठे हैं. सरकार यह ना सोचे कि हम डर गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों के मन में ये बैठा रही है कि आम लोग किसानों से नफरत करें.