उत्तर प्रदेश के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवंबर 2021 को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था साल 2024 के आखिर तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट काम करना शुरू कर देगा या नहीं वहां से विमान उड़ान भरना शुरू कर देंगे. आपको बता दें कि यूपी के लिहाज से यह एयरपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण तो है ही लेकिन कला और संस्कृति के लिहाज से भी इस एयरपोर्ट को तैयार किया जा रहा है. एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने आज प्रोजेक्ट से जुड़े कई महत्वपूर्ण अपडेट दिए.
1 हज़ार से ज्यादा लेबर कर रहे काम
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि एयरपोर्ट किस साइट पर पूरी क्षमता के साथ काम चल रहा है इस वक्त एक हजार से ज्यादा मजदूर एयरपोर्ट पर काम कर रहे हैं सबसे अच्छी बात ये है कि इन मजदूरों में 60 परसेंट मजदूर स्थानीय है.
एयरपोर्ट की डिजाइन में दिखेगा बनारस का घाट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में भारत और खासकर यूपी की संस्कृति की झलक दिखाई पड़ेगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि टर्मिनल की बाहरी कोर्ट की सीढ़ियां वाराणसी और हरिद्वार के मशहूर घाटों से प्रेरित है. वो कहती हैं कि एयरपोर्ट के अंदर हवेली का रूप और फील देते हुए एक ऐसा कोर्टयार्ड तैयार किया जाएगा जो किसी पुराने घर के आंगन जैसा महसूस कराएगा. इतना ही नहीं यूपी की महत्वपूर्ण नदियों की धारा की तर्ज पर लहरदार छत भी बनाई जा रही है.
हर साल 10 लाख लोग करेंगे सफर
2024 के आखिर तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद कंपनी यह उम्मीद कर रही है कि हर महीने 12 मिलियन लोग नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्रा करेंगे, जबकि चौथे चरण के बाद यात्रियों की संख्या हर साल 70 मिलियन हो जाएगी. इतना ही नहीं पहले चरण के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ढाई लाख कार्गो की आवाजाही का काम भी हर साल होगा.
ताकि हवाई चप्पल वाले यात्री को भी न हो दिक्कत
प्रधानमंत्री का सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई सफर करे. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने वाली कंपनी कहती है कि पश्चिमी यूपी का ये पहला एयरपोर्ट है ऐसे में हम ये मानकर चलते हैं कि एयरपोर्ट पर बहुत सारे ऐसे यात्री भी आएंगे जिन्होने इससे पहले कभी भी हवाई जहाज में सफर नहीं किया होगा. हम ऐसे आम लोगों के लिहाज से भी एयरपोर्ट को सुविधाजनक बनाएंगे ताकि पहली बार आने वाले यात्री को ये बिल्कुल भी महसूस ना हो कि वो किसी अनजान जगह पर पहुंच गया है जहां उसे कुछ समझ नहीं आ रहा ऐसे लोगों की मदद करने के लिए अलग से भी हम एक टीम तैनात करेंगे.