इस अनोखे तरीके से तिरंगा लहराने वाली शीतल महाजन ने दुनिया के 7 महाद्वीपों में अब तक 645 छलांगे लगाई हैं. शीतल महाजन एकमात्र महिला है जिसने धरती के दोनों सिरों पर पैराजंपिंग की हुई है.
16 दिसंबर 1971 को भारत ने पाकिस्तान से युद्ध जीतकर बांग्लादेश को स्वतंत्र देश का दर्जा दिलवाया था. इस पूरे देश में बड़े उत्साह और जोश के साथ ‘विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता रहा है. कल यानी 16 दिसंबर को इस जीत के 50 साल पूरे हुए.
इस मौके पर पुणे के हड्सपर के ग्लाइडिंग सेंटर में भारत माता को नमन करने और उस युद्ध में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए पैरा मोटर की मदद से आसमान में तिरंगा फहराया. पैरा मोटर के वैमानिक रिटायर्ड विंग कमांडर और शौर्य चक्र से सम्मानित तरुण चौधरी ने उनका साथ दिया.
शीतल महाजन यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूटिंग एसोसिएशन पैराशूटिंग/स्काईडाइविंग कोच रेटिंग लाइसेंस प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला स्काईडाइविंग कोच रही हैं. उन्हें कैलिफोर्निया में 18,000 फीट की ऊंचाई पर आयोजित 79वें स्काईडाइविंग फॉर्मेशन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय महिला बनने का भी गौरव प्राप्त है.
उनका ट्रिब्यूट देने का यह तरीका लोगों को बहुत पसंद आया. ग्लाइडिंग सेंटर पर उनकी हौसलाअफ़ज़ाई करने के लिए कई लोग आए थे.