भारत में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमानों को पीएम मोदी की तरफ से उपहार वाली संदूक दी गई. इसे शीशम की लकड़ी से बनाया गया था. इसके ऊपर पीतल से कारीगरी की गई थी. इस गिफ्ट बॉक्स में कश्मीर पश्मीना शॉल से लेकर दार्जिलिंग चाय जैसे गिफ्ट रखकर दिए गए. चलिए आपको बताते हैं कि इन गिफ्ट के बारे में.
पीएम मोदी की तरफ से गिफ्ट बॉक्स में कश्मीरी केसर दिया गया है. केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला है. इसे फारसी में जाफरान कहा जाता है. सभी संस्कृतियों और सभ्याओं में केसर का महत्व रहा है. कश्मीरी केसर असाधारण गुणों वाला माना जाता है. केसर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
पीएम मोदी की तरफ से मेहमानों को पेको दार्जिलिंग और नीलगिरी चाय दिया गया. दार्जिलिंग चाय दुनिया की सबसे कीमती चाय है. इसे 3000-5000 फीट की ऊंचाई पर धुंध भरी पहाड़ियों के बीच स्थित चाय बागान में उगाया जाता है.
नीलगिरी चाय की खेती साउथ इंडिया में होती है. इसे 1000 से 3000 फीट की ऊंचाई पर पहाड़ों के हरे-भरे इलाके में उगाया जाता है. ये अपने स्वाद के लिए फेमस है.
अराकू कॉफी दुनिया की पहली टेरेइर मैप्ड कॉफी है. यह आंध्र प्रदेश की अराकू घाटी में जैविक बागानों में उगाई जाती है. इसकी खेती बिना मशीनों और रसायनों के इस्तेमाल के की जाती है. किसान छोटे खेतों में हाथ से खेती करते हैं. अराकू कॉफी की सुगंध बेहद खास होती है. यह ॉफी अपनी अनूठी बनावट और स्वाद के लिए फेमस है.
पीएम मोदी ने मेहमानों को गिफ्ट में सुंदरबन का शहद भी दिया. सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा सदाबहार वन है. यहां जंगली मधुमक्खियां होती हैं. स्थानीय लोग खतरे से खेलकर शहद निकालते हैं. सुंदरबन का शहद 100 फीसदी शुद्ध होने के साथ ही बहुत स्वादिष्ट होता है. मैंग्रोव शहद सेहत के लिए लाभदायक होता है. इसमें फ्लेवोनोइड्स की मात्रा अधिक होती है.
जी20 मेहमानों को कश्मीरी पश्मीना शॉल भी गिफ्ट के तौर पर दिया गया. कश्मीर पश्मीना शॉल पूरी दुनिया में अपनी शानदार फैब्रिक और गर्माहट के लिए फेमस है. ये शॉल रेयर फैब्रिक से तैयार किया जाता है. यह ऊन चांगथांगी बकरी से मिलता है. चांगथांगी बकरी 14 हजार फीट की ऊंचाई पर पाई जाती है. बकरी के बालों की कटाई नहीं होती है. उसे कंघी किया जाता है. फिर इसको इकट्ठा किया जाता है और इससे शॉल बनाया जाता है.
जिघराना इत्र यूपी के कन्नौज शहर में बनाया जाता है. इसे पुरानी परंपरा के तहत तैयार किया जाता है. इसके लिए पीढ़ियों से चली आ रही विधि का इस्तेमाल किया जाता है. कारीगर चमेली और गुलाब जैसे फूलों से इसे बनाते हैं.
पीएम मोदी ने मेहमानों को खादी स्कार्फ भी गिफ्ट के तौर पर दिया. खादी स्कार्फ भारत में बनाया जाता है. इसका इस्तेमाल सभी मौसम में होता है. इसे कपास, रेश, जूट और ऊन से बनाया जा सकता है. आजादी की लड़ाई में यह महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक था. खादी दशकों से टिकाऊ फैशन का प्रतीक बना हुआ है.