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Uttarkashi Tunnel Photos: मजदूरों ने जीत ली जिंदगी की जंग! तस्वीरों में देखिए सिल्क्यारा टनल से जंग जीतने के बड़े मोमेंट

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2023,
  • Updated 3:21 PM IST
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मजदूरों ने जिंदगी की जंग जीत ली है. आखिरकार 17वें दिन सिलक्यारा टनल से सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. जैसे ही मजदूर टनल से बाहर आएं जश्न का माहौल शुरू हो गया. कहीं श्रमिकों के परिजन मिठाइयां बांटने लगे. तो कहीं लोगों ने जमकर आतिशबाजी की.

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जब मजदूरों का रेस्क्यू किया जा रहा था. तब मौके पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे. और उन्होंने सभी श्रमिकों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान टनल से बाहर निकल रहे मजदूर भी अपनों के बीच आकर भाव-विभोर नजर आएं. 
 

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सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी समेत कई एजेंसियों ने मिलकर इस रेस्क्यू मिशन को अंजाम दिया है. इसमें रैट-होल माइनर्स का बहुत बड़ा रोल रहा है. 17 दिनों तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देना आसान नहीं था. जो काम मशीनें नहीं कर पाईं वो इंसानों के हौसले ने कर दिखाया. ऑगर मशीनों की ब्लेड जिन सरियों के सामने नाकाम हो गई उन सरियों को रैट माइनर्स ने गैस कटर से काट डाला. 12 रैट माइनर्स की टीम ने अपनी जान की परवाह किए बिना सुरंग के मलबे के बीच से जिंदगी को रास्ता देने के लिए खुदाई की.

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ये तस्वीर सिल्क्यारा सुरंग से 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक निकालने के बाद बचाव अधिकारियों के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह की है.
 

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले में ध्वस्त सिल्क्यारा सुरंग से बाहर आने वाले बचाए गए लोगों का स्वागत किया. साथ ही उनके परिजनों से भी मुलाकात की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिल्क्यारा सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए श्रमिकों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. प्रधानमंत्री ने सुरंग से निकले गब्बर सिंह समेत बाकी मजदूरों से फोन पर बात की और उनका हाल जाना. पीएम ने रेस्क्यू टीम और टनल में फंसे मजदूरों के हिम्मत और हौसले की तारीफ की. 
 

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रेस्क्यू किए गए सभी कर्मचारियों को चिन्यालीसौड़ के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि सभी कर्मचारी स्वस्थ हैं. फिर भी उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा रही है. क्योंकि ये सभी लोग 15 दिन से ज्यादा टनल में बंद रहे हैं. डॉक्टरी जांच पूरी होने के बाद सभी को उनके परिवारवालों के साथ उनके घर भेज दिया जाएगा. (फोटो क्रेडिट-PTI)