राजस्थान में 'ओमिक्रॉन' के 21 नए मामले सामने आने से राज्य सरकार की चिंता बढ़ गई है. राज्य में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के 43 केस दर्ज किए जा चुके हैं, जोकि स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी परेशानी बन गया है. वहीं, भारत में शनिवार तक ओमिक्रॉन के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 115 लोग ठीक हो चुके हैं या बाहर चले गए हैं.
राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की, जिसे एनआईवी, पुणे से नए मामलों की रिपोर्ट मिली थी. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 21 नए मामलों में जयपुर से 11, अजमेर से 6, उदयपुर से 3 और महाराष्ट्र से 1 मामले शामिल हैं.
पांच लोग विदेश से लौटे थे- स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के 21 नए मामलों में से 5 वे हैं जो विदेश से लौटे हैं, 3 वे हैं जो विदेश से लौटे लोगों के संपर्क में आए, जबकि तीन अन्य उन लोगों के संपर्क ट्रेसिंग के माध्यम से पाए गए जो पहले ओमिक्रॉन संस्करण के लिए सकारात्मक पाए गए थे.
राज्य में ओमिक्रॉन का कुल आंकड़ा हुआ 43
राज्य में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन प्रकार के कुल मामलों की संख्या 43 तक पहुंच गई है. इनमें जयपुर से 28, अजमेर से 7, सीकर से 4, उदयपुर से 3 और महाराष्ट्र से 1 शामिल हैं. इससे पहले, केन्या की एक 27 वर्षीय महिला ओमिक्रॉन वायरस के लिए सकारात्मक पाई गई थी. साथ ही, एक ही परिवार के नौ सदस्यों को कोरोनवायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के साथ सकारात्मक पाया गया, जिन्हें नकारात्मक परीक्षण के बाद घर लौटने की अनुमति दी गई थी.
वैक्सीनेशन को लेकर सख्त हुई राज्य सरकार
राजस्थान में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए अब सरकार भी सख्त हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में की गई समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने से इनकार नहीं कर सकता, ये उसका अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि एक महीने में वैक्सीन लगवा लें, नहीं को जुर्माना लगेगा. इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के कड़े निर्देश दिए.
(देव अंकुर वधावन की रिपोर्ट)
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