केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि 96 देशों ने भारत के साथ COVID-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता पर सहमति व्यक्त की है. मनसुख मंडाविया ने एक बयान में कहा कि सरकार दुनिया के बाकी देशों के साथ संपर्क में है ताकि दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के तहत वैक्सीन लिए हुए लोगों को कहीं कहीं भी आने जाने में दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि इससे शिक्षा, व्यवसाय और पर्यटन के लिए यात्रा करने वालों को आसानी होगी.
मनसुख मंडाविया ने कहा, "वर्तमान में, 96 देशों ने टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता के लिए सहमति व्यक्त की है. उन्होंने कहा, 'WHO ने अब तक 8 टीकों को EUL(आपातकालीन उपयोग सूची) में शामिल किया है. हमें खुशी है कि इनमें 2 भारतीय टीके कोवैक्सिन और कोविशील्ड हैं. दुनिया के 96 देशों ने इन दोनों टीकों को मान्यता दी है.आप CoWIN ऐप के माध्यम से सूची देख सकते हैं.' कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, मालदीव और श्रीलंका जैसे कई बड़े देशों ने भारतीय वैक्सीन को मान्यता दी है.
देश में कोरोना वैक्सीन की 109.08 करोड़ से ज्यादा डोज
साथ ही इन देशों से आने वाले व्यक्तियों को 20 अक्टूबर, 2021 को जारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय आगमन के दिशानिर्देशों के अनुसार कुछ छूट दी जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जो लोग विदेश यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा टीकाकरण प्रमाणपत्र कोविन पोर्टल से भी डाउनलोड किया जा सकता है. राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वैक्सीन की 109.08 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं.
भारत लगातार कर रहा है सभी देशों से बातचीत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय वैक्सीन प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता के लिए सभी देशों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है. साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन और राष्ट्रीय स्तर पर अप्रूव्ड टीके लगे होने पर ज्यादातर देशों में बिना किसी परेशानी के अंतरराष्ट्रीय यात्रा की जा सकती है. उन्होंने कहा, "देश भर में COVID-19 टीकाकरण में तेजी लाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता के चलते भारत 21 अक्टूबर, 2021 को 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने के मील के पत्थर को पार कर गया."
इन देशों ने भी दी है मान्यता-
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