Aaj Tak Dharm Sansad: चुनाव से जुड़ते हैं ऐसे बड़े आयोजन? डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने क्या दिया जवाब

Mahakumb 2025: प्रयाराज में महाकुंभ के आगाज से पहले 'आज तक धर्म संसद' का आयोजन हुआ. इसमें केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि महाकुंभ का चुनाव से कोई लेनादेना नहीं है. महाकुंभ युगों-युगों से आयोजित हो रहा है. महाकुंभ में मुसलमानों के दुकान नहीं लगाने देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये कोई सरकारी आदेश नहीं है. आदेश ये है कि यहां पर सब पवित्र भाव से आते हैं. साधना में विघ्न डालने वाली कोई हकरत ना करे, ऐसी सरकार की अपेक्षा सरकार और प्रशासन की तरफ से है. उन्होंने कहा कि किसी को रोका नहीं गया है.

Keshav Prasad Maurya
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:59 PM IST

प्रयागराज में महाकुंभ के शुरू होने से पहले 'आज तक धर्म संसद' का आयोजन हुआ. इसमें उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागवासी होने के चलते हम मेजबान भी हैं और यहां के प्रधान देवता के रूप में जाने जाते हैं बेनी माधव जी. ये संपूर्ण कुंभ मेला हो, माघ मेला हो, वही संपूर्ण कार्य संभालते हैं, हम लोग तो प्रतीकात्मक हैं.

पहले से कैसे अलग है ये महाकुंभ?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2024 के अर्धकुंभ में 24 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई थी, ऐसा आंकड़ा आया है. महाकुंभ 2025 एक दुर्लभ कुंभ है. ऐसा कहा जाता है कि 144 साल बाद ऐसा कुंभ आ रहा है. मैं 2019 और 2025 की जिम्मेदारी को देख रहा हूं. साल 2013 में जब महाकुंभ हुआ था तो उस समय मैं विधायक था. उस समय समाजवादी पार्टी की सरकार थी. उस समय तीर्थयात्रियों और संतों को बहुत बड़ी अव्यवस्था का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि उस समय अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे, उन्होंने मेले की बागडोर अपने चाचा आजम खान को सौंपी थी. उसकी वजह से जैसा ध्यान मेले पर जाना चाहिए था, वैसी नहीं दी गई थी. जिसकी वजह से बहुत कठिनाइयां हुई थीं. लेकिन 2025 के महाकुंभ के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है. डिप्टी सीएम ने कहा कि अखिलेश यादव के शासन में संपन्न हुए 2013 के महाकुंभ की दुर्दशा शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.

ये बीजेपी का कुंभ बनकर रह गया है?
विपक्ष कह रहा है कि बीजेपी का कुंभ बनकर रह गया है? इसपर डिप्टी सीएम ने कहा कि जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी, तब भी विपक्ष यही कह रहा था और आज भी यही कह रहा है. मैं तो उनसे कह रहा हूं कि वो स्वयं भी देशभर में निमंत्रण लेकर जाएं, जिनको आमंत्रित करना है, उनको करें. सबलोग आएं और डुबकी लगाएं, किसी को यहां रोक नहीं है. लेकिन प्रचार हो रहा है तो उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है?

ममता बनर्जी के सवाल पर बोले केशव-
जब डिप्टी सीएम से पूछा गया कि ममता बनर्जी ने कहा कि इससे बड़ा मेला तो हमारे गंगासागर का होता है. फर्क सिर्फ इतना है कि इसको केंद्र सरकार की मदद है, लेकिन हमको नहीं मिलती है. इसपर उन्होंने कहा कि सरकार हर राज्य की मदद करती है, लेकिन मदद लेने काम जिस प्रकार से होना चाहिए, अगर वैसे करेंगे तो सरकार तो करेगी ही. 

चुनाव से जुड़ते हैं ये आयोजन?
केशव मौर्य ने कहा कि ये कुंभ का आयोजन युगों-युगों से हो रहा है. ये चुनाव का हिस्सा नहीं है. चुनाव तो हर 5 वर्ष में होता रहता है और हमको जनता का आशीर्वाद मिलता है. देश में मोदीजी के नेतृत्व में सरकार चल रही है और राज्य में योगी जी के नेतृत्व में चल रही है और जहां चुनाव हो रहे हैं, महाराष्ट्र हो, हरियाणा हो, विजय प्राप्त हुई है और उत्तर प्रदेश में हम तीसरी बार फिर सरकार बनाएंगे.

कितना बड़ा चैलेंज है ये महाकुंभ-
डिप्टी सीएम ने कहा कि इतनाा बड़ा समागम है, धरती पर इतनी बड़ी संख्या में किसी एक स्थान पर लोग इकट्ठा नहीं होते हैं. महाकुंभ 2025 में 40 से 50 करोड़ की उम्मीद है तो इसकी तैयारी भी है. उन्होंने कहा कि चैलेंज मानते हैं हम लोग, चैलेंज नहीं मानेंगे तो उसको दूर कैसे करेंगे? हम हमारी इसकी तैयारी भी है.

ये भी पढ़ें:

Read more!

RECOMMENDED