दिपावली मतलब दीपों का त्योहार, लेकिन दीपावली महज दीपों का त्योहार नहीं है, ये बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. ये रोशनी का भी त्योहार है. कहते हैं दिवाली हर घर, हर शहर को रोशन कर देती है. आगरा के एक गांव में भी ऐसा ही हुआ है. यूपी के एटा जिले का एक गांव तुलाई का नगला, जो आजादी के बाद से पिछले 75 वर्षों से अंधेरे में था, आज वहां पर आखिरकार बिजली पहुंच गई है. बिजली विभाग ने ट्रांसमिशन पोल और सप्लाई लाइन बिछा दी है और एक ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है.
सालों से बिना बिजली के जी रहा था गांव
टीओआई के हवाले से इस गांव के निवासी राजाराम, जिनकी उम्र लगभग 100 साल है, वो बताते हैं कि, "यह अविश्वसनीय है, पहली बार गांव की सड़कों को रोशन देखकर विश्वास नहीं हो रहा कि ये अपना ही गांव है. पिछले कई दशकों से, हम जनप्रतिनिधियों और स्थानीय अधिकारियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. साल बीत गए और सरकारें बदल गईं, लेकिन हम अंधेरे में ही रह रहे थे."
बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अधिकारियों को गांव में बिजली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था. बाद में विधानसभा चुनाव के बाद अलीगंज के स्थानीय विधायक सत्यपाल सिंह ने बिजली आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए 9.9 लाख रुपये प्रदान किए.
अलीगंज विधायक ने कहा कि, "यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि गांव इतने लंबे समय तक ये गांव अंधेरे में रहा. मुझे पिछले साल ग्रामीणों की दुर्दशा के बारे में पता चला और फिर से निर्वाचित होने के बाद, मैंने अपने विधायक-एलएडी फंड का उपयोग नियमित बिजली आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए करने का प्रस्ताव रखा. "
गांव में लगे 22 बिजली के खंभे
विद्युत विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सोनू कुमार ने कहा कि 63 केवीए क्षमता का एक समर्पित ट्रांसफार्मर और 22 बिजली पारेषण पोल स्थापित किए गए हैं. विद्युतीकरण के लिए 350 मीटर लंबी बिजली आपूर्ति लाइन बिछाई गई है. विधायक सत्यपाल सिंह ने शनिवार को गांव में बिजली सुविधा का औपचारिक उद्घाटन किया.
पड़ोसी गांव में मोबाइल चार्ज करते थे लोग
अलीगंज अनुमंडल के अंतर्गत 300 की आबादी वाले इस गांव में करीब 30 घर बिना बिजली के बल्ब के हैं. निवासियों को अपने मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए पड़ोसी राजा का रामपुर तक 2 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. लेकिन अब सब बदल जाएगा. निवासी रंजना शाक्य ने कहा: "हमें इस दीवाली पर सबसे बड़ा उपहार मिला है. इसने न केवल हमारे गांव में बल्कि हमारे जीवन में भी रोशनी लाई है."