माता वैष्णो देवी भवन में हुई भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद उपराज्याल मनोज सिन्हा ने कई फैसले लिए हैं. इनसे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी. इसे लेकर रविवार को एक श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) द्वारा बैठक की गई, जिसमें मुद्दों पर चर्चा की गई.
उपराज्याल मनोज सिन्हा, एसएमवीडीएसबी के अध्यक्ष भी हैं, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “एसएमवीडी श्राइन बोर्ड की बैठक में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं. अनुग्रह राशि के रूप में घोषित ₹10 लाख के अलावा, दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले तीर्थयात्रियों के परिजनों को ₹5 लाख की अतिरिक्त राशि दी जाएगी.”
सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का किया जाएगा उचित उपयोग
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आगे लिखा, “महत्वपूर्ण जांच, बुनियादी ढांचे में वृद्धि, ऑनलाइन बुकिंग शत-प्रतिशत करने के बाद जहां कहीं आवश्यक हो, भौतिक और व्यवस्थित सुधार के निर्देश जारी किए गए हैं.”
उपराज्यपाल ने बताया कि पूरे ट्रैक पर भीड़भाड़ कम करने, प्रभावी भीड़ नियंत्रण के लिए टेक्नोलॉजी का उचित उपयोग और आरएफआईडी ट्रैकिंग के अलावा लगने वाली लाइन के प्रबंधन सहित अलग-अलग कदम उठाए जाएंगे. वहीं, तकनीकी विशेषज्ञों को शामिल करने और भीड़ प्रबंधन के सर्वोत्तम तरीकों को अपनाने की सलाह दी है.
सभी संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए मास्टर प्लान के दूसरे और तीसरे चरण में आवश्यक सुधार करने के निर्देश जारी किए गए है. बोर्ड ने प्रभावी कतार प्रबंधन के लिए सस्पेंशन ब्रिज और स्काईवॉक के तौर-तरीकों पर चर्चा की, इसके अलावा भवन और कटरा में बढ़ी भीड़ को कम करने के लिए ज्यादा हॉल्टिंग वाले स्पॉट की पहचान की गयी.
एक सप्ताह के भीतर समिति करेगी रिपोर्ट सबमिट
गौरतलब है कि इस समिति का गठन घटना के पीछे के कारणों, विस्तार से जांच करने, खामियों को इंगित करने, जिम्मेदारी तय करने और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इनके लिए एसओपी और सुझाव देने के लिए किया गया है.
जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी.
टोकन सिस्टम को फिर से शुरू करने पर विचार
इसके अलावा, छह साल पहले बंद किए गए टोकन / समूह संख्या प्रणाली को फिर से शुरू करने पर विचार करने के लिए कहा गया. बोर्ड ने मुख्य भवन, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भौतिक बुनियादी ढांचे और अग्नि सुरक्षा की सुरक्षा ऑडिट की गंभीर जांच के लिए एक अभ्यास शुरू करने का भी निर्देश दिया. बता दें, श्राइन बोर्ड के सदस्य निर्देशों के कार्यान्वयन और किए जाने वाले कार्यों की निगरानी करेंगे.
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