अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) की लॉन्चिंग के बाद से ही देशभर में इसके खिलाफ उग्र आंदोलन जारी है. इस बीच कई ट्रेनों और बसों में आग लगा दी गई और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. लेकिन ऐसे में कई व्हाट्सएप ग्रुप हैं जिनपर अग्निपथ योजना के खिलाफ हुड़दंग फैलाने का आरोप लगाया गया है. अब केंद्र सरकार ने इसपर एक्शन लेते हुए करीब 35 व्हाट्सएप ग्रुप को बैन कर दिया है.
10 लोगों को किया गिरफ्तार
पीटीआई की खबर के मुताबिक इन व्हाट्सएप ग्रुप पर आरोप है कि इन्होंने देशभर में अग्निपथ योजना के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने का काम किया है और इन्हीं की वजह से अलग-अलग क्षेत्रों में आगजनी हुई है. सख्त एक्शन लेते हुए 35 व्हाट्सएप ग्रुप को बैन किया गया है.
पीआईबी फैक्ट चेक टीम का नंबर भी शेयर किया है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने नागरिकों से पीआईबी फैक्ट चेक टीम नंबर 8799711259 पर ऐसे किसी भी ग्रुप की रिपोर्ट करने का भी आग्रह किया है. भ्रामक सूचना फैलाने और विरोध प्रदर्शन आयोजित करने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
योजना को नहीं लिया जायेगा वापिस
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को सैन्य मामलों के विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने स्पष्ट किया कि इस योजना को लागू किया जाएगा और इसे वापस लेने का कोई सवाल नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के माध्यम से ही होंगी. उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीरों को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है.