Agneepath Scheme: अग्निपथ योजना को देश में मचे कोहराम के बीच देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हो हुई. इस कांफ्रेस में तीनों सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और जलसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार मौजूद रहे. प्रेस कांफ्रेस में तीनों सेनाओं के प्रमुख ने कई बड़ी और अहम बातें कही आईये उन बातों पर एक नजर डालते हैं.
1 जुलाई से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
प्रेस कांफ्रेस के दौरान अग्निवीरों की भर्ती को लेकर भी तारीखों का एलान कर दिया गया. इसे लेकर थलसेना ने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी. वहीं वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी जबकि नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी. 24 जुलाई से फेज 1 एग्जाम का प्रोसेस शुरू होगा.
अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग 30 दिसंबर से शुरू होगी
प्रेस काफेंस में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग 30 दिसंबर से शुरू हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि सभी अग्निवीरों को ज्यादा अब पहले के मुकाबले ज्यादा अलाउंस और सुविधाएं दी जाएंगी. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने ये भी कहा कि अग्निपथ योजना को हर हाल में लागू किया जाएगा और इसे वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता.
25,000 अग्निवीर पहले बैच का हिस्सा होंगे
लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा कहा कि " दिसंबर में शुरू होने वाले पहले बैच में 25,000 अग्निवीरों का एक बैच बनेगा. दूसरा बैच फरवरी 2023 के आसपास शामिल किया जाएगा, दूसरे बैच के शामिल होते ही कुल अग्निवीरों की संख्या 46,000 हो जाएगी.
लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि अगले 4-5 सालों में सैनिकों की कुल संख्या 50,000-60,000 होगी जो बाद में बढ़कर 90,000 - 1 लाख हो जाएगी. इस योजना को अच्छी तरह से लागु करने के लिए हमने इसकी शुरूआत सिर्फ 46,000 की भर्ती से की है. ताकि इसकी बुनियाद अच्छी बने .
नौसेना में महिला अग्निशामकों की भी होगी भर्ती
प्रेस कांफ्रेंस में वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि, नौसेना अग्निवीरों का पहला जत्था ओडिशा में आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण के लिए 21 नवंबर को पहुंच जाएगा. नौसेना में महिला और पुरुष दोनों की भर्ती की जाएगी . उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में संशोधन किया जाएगा. संसोधन के लिए काम शुरू हो चुका है.
सेना ने ये भी कहा कि आज की जेनरेशन हम लोगों से बेहतर है. उसके पास ताकत भी है, जज्बा भी है, जुनून भी है साथ ही वो टेक्नॉलिजी को भी बेहतर ढंग से समझते हैं. ऐसे में ये बात किसी से नहीं छुपी कि आज की लड़ाई भी टेक्नॉलिजी पर डिपेंड हो गई है. इसलिए हम जवानों को टेक्निकली रूप से भी तैयार करेंगे ताकि वो किसी भी लड़ाई में पीछे ना रहें .
अग्निवीरों को जवानों से ज्यादा मिलेगा अलाउंस
प्रेस कांफ्रेंस में सेना की तरफ से बताया गया कि अग्निपथ एक सेवानिधि योजना है, जिसमें अग्निवीर और सरकार का योगदान 5 लाख रुपये का होगा. सेना में शहीद होने पर 1 करोड़ का इंश्योरेंस मिलेगा. जिस पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना होगा. DMA के एडिशनल सेंक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने बताया कि सेना में भर्ती को लेकर 1989 से ही सुधार की मांग उठती आई है. बीते दो साल से अग्निपथ योजना को लेकर चर्चा चल रही थी. ऐसे में हम यही चाहते हैं कि जोश-होश का तालमेल बना रहे. उन्होंने कहा कि आम जवानों की तरह ही अग्निवीरों को भी भत्ता दिया जाएगा. ‘सेवा शर्तों में उनके साथ किसी तरह का कोई फर्क नहीं होगा.
FIR होने पर नहीं होगी भर्ती
सेना ने अपनी प्रेस कांफ्रेस में कहा कि भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए सबसे जरूरी चीज है अनुशासन. पुरी ने ये कहा कि आग लगाने वाले और किसी भी तरह की तोड़फोड़ करने वालों की सेना में कोई जगह नहीं है. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने ये साफ किया कि किसी पर भी एफआइआर पाई गई तो वो अग्निपथ में शामिल नहीं हो सकता है.
अनिल पुरी ने ये भी कहा कि सभी राज्यों की पुलिस चार साल के बाद अग्निवीरों में शामिल होने की अपील कर सकती है.