भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा की है. अब अग्निवीर भर्ती के तहत सेना में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों को पहले ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) देना होगा. इसके बाद फिजिकल फिटनेस और मेडिकल टेस्ट होंगे. इस संबंध में अधिसूचना फरवरी के मध्य तक जारी होने की उम्मीद है.
पहला ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन अप्रैल में आयोजित किया जाएगा. सामान्य प्रवेश परीक्षा देश भर में लगभग 200 स्थानों पर आयोजित की जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है.
अभी यह है प्रक्रिया
अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत अभी तक उम्मीदवारों को शारीरिक फिटनेस परीक्षण से गुजरना पड़ता था, उसके बाद चिकित्सा परीक्षण और ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के लिए उपस्थित होना अंतिम चरण था. अब ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन सबसे पहले होगा.
क्यों बदली गई भर्ती प्रक्रिया?
भर्ती रैलियों में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या छोटे शहरों में 5,000 से लेकर बड़े शहरों में 1.5 लाख तक रही. सेना के अधिकारियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में बदलाव इसलिए किया गया, क्योंकि भर्ती रैलियों में हजारों उम्मीदवार आते थे. इससे भारी प्रशासनिक लागत और लॉजिस्टिक की व्यवस्था करनी पड़ती थी. इसे ध्यान में रखकर बदलाव कर दिया गया है.
रैलियों के आयोजन की लागत कम हो जाएगी
एक अधिकारी ने कहा, पहले की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग की जाती थी, जिससे प्रशासनिक संसाधनों पर जोर पड़ता था. कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों और रैलियों के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ को तैनात करना पड़ता था. नई भर्ती प्रक्रिया रैलियों के आयोजन की लागत को काफी हद तक कम कर देगी. इससे प्रशासनिक और लॉजिस्टिक बोझ भी कम हो जाएगा.
बेहतर उम्मीदवारों की नियुक्ति सुनिश्चित होगी
अभी सेना में आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है और भविष्य में बेहतरीन टेक्नोलॉजी को शामिल करने की योजना है. इसे ध्यान में रखते हुए सेना में एकेडमिक रूप से मजबूत सैनिकों के एक पूल की जरूरत है. सेना के अधिकारी ने कहा, नए प्रोसेस के तहत CEE क्वालिफिकेशन भर्ती का पहला स्टेप होगा. इससे बेहतर उम्मीदवारों की नियुक्ति सुनिश्चित होगी. अगले स्टेप में उन्हें फिजिकल फिटनेस और मेडिकल टेस्ट से गुजरना होगा.
अग्निवीरों के पहले जत्थे का प्रशिक्षण है शुरू
जनवरी 2023 में 2600 अग्निवीरों के पहले जत्थे का महाराष्ट्र में नासिक के पास स्थित आर्टिलरी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण शुरू हो गया है. इन अग्निवीरों को भारतीय सेना में तोपची, तकनीकी सहायक, रेडियो ऑपरेटर और चालक के रूप में सेवा करने का मौका मिलेगा.इन अग्निवीरों का प्रशिक्षण 31 सप्ताह का होगा, जिसमें 10 सप्ताह तक बुनियादी प्रशिक्षण दिए जाएंगे और 21 सप्ताह उन्नत प्रशिक्षण के लिए होंगे.