आगरा में बीजेपी की उम्मीदवार हेमलता दिवाकर मेयर बनी हैं. उन्होंने बीएसपी की उम्मीदवार लता वाल्मीकि को हराया. शुरुआती दौर में बीएसपी उम्मीदवार ने बीजेपी को पीछे छोड़ दिया था. लेकिन जब नतीजे सामने आए तो बीजेपी उम्मीदवार 1.08 लाख वोटों से जीत हासिल की. चलिए आपको बीएसपी की लता वाल्मीकि के बारे में बताते हैं.
कौन हैं लता वाल्मीकि-
लता वाल्मीकि बहुजन समाज पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर आगरा से चुनावी मैदान में थीं. लता बामसेफ से जुड़ी रही हैं. वो बीएसपी के लिए भी लंबे समय से काम कर रही है. बीएसपी में मेयर के लिए 10 से ज्यादा उम्मीदवार थे. लेकिन पार्टी ने लता वाल्मीकि पर दांव लगाया था. डॉ. लता वाल्मीकि ने राजनीति शास्त्र में पढ़ाई की है. लता के पति अशोक कुमार सिंचाई विभाग में एक्सईएन हैं.
वाल्मीकि समाज से आती हैं लता-
आगरा नगर निगम सीट पर वाल्मीकि समाज के वोटर्स की संख्या करीब एक लाख है. ऐसे में बीएसपी ने इस चुनाव में बड़ा दांव खेला और इस समाज से आने वाली लता कुमारी को कैंडिडेट बनाया. अब लता कुमारी लंबे समय से बीएसपी पार्टी से जुड़ी है और जमीनी स्तर पर पार्टी के लिए काम कर रही हैं.
लता के पास 2.4 करोड़ की प्रॉपर्टी-
लता वाल्मीकि की संपत्ति भी अच्छी खासी है. उनके पास 2.4 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है. अगर गाड़ियों की बात करें तो उनके पास निसान कार और टयोटा कार है.
34 साल से बीजेपी का है कब्जा-
साल 1989 में आगरा नगर निगम बना था. उसके बाद से अब तक बीजेपी का ही मेयर बना है. पहली बार रमेशकांत वालिया मेयर चुने गए थे. इसके बाद से अब तक कोई भी पार्टी बीजेपी को चुनौती नहीं दे पाई थी. हर बार बीजेपी का उम्मीदवा ही जीतता आ रहा है. साल 2012 में बीजेपी ने वाल्मीकि समाज से आने वाले इंद्रजीत आर्य को मैदान में उतारा था. उन्होंने बीएसपी के करतार सिंह को हराया था. साल 2017 में बीजेपी ने नवीन जैन को मैदान में उतारा था. जिन्होंने बीएसपी के दिंगबर सिंह धाकरे को हराया था और मेयर बने थे. लेकिन इस बार सीट आरक्षित हो गई है.
आगरा से आते हैं 4 मंत्री-
यूपी की योगी सरकार और मोदी सरकार में आगरा को बड़ी भूमिका दी गई है. योगी सरकार में आगरा से 3 मंत्री हैं. जिसमें बेबीरानी मौर्य, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति शामिल हैं. जबकि केंद्र सरकार में आगरा से आने वाले एसपी सिंह बघेल को मंत्री बनाया गया है.
ये भी पढ़ें: