जैसे-जैसे दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र में गर्मी बढ़ती जा रही है, लोग ठंडक पाने के लिए एयर कंडीशनर, कूलर और पंखों पर बहुत अधिक निर्भर हो रहे हैं. हालांकि, इसका उपयोग जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे वैसे एयर कंडीशनर की खराबी के मामले भी सामने आ रहे हैं. इनमें से कुछ मामले तो खतरनाक रहे हैं.
दरअसल, सप्ताह की शुरुआत में नोएडा के सेक्टर 100 से एक खबर सामने आई. ये खबर एक एयर कंडीशनर की इनडोर इकाई में शॉर्ट सर्किट की थी. इसकी वजह से एक ऊंची इमारत की 10वीं मंजिल पर आग लग गई. हालांकि आग को तुरंत बुझा दिया गया, लेकिन इसने खराब एयर कंडीशनरों से होने वाले खतरों को उजागर किया है.
किन बातों का रखें ध्यान?
ऐसी घटनाओं से बचने के लिए, एयर कंडीशनर के लिए कई सुरक्षा और रखरखाव के उपाय कर सकते हैं-
1. सर्विसिंग: सुनिश्चित करें कि आपकी एसी यूनिट की नियमित रूप से सर्विस हो रही हो. इसमें रेफ्रिजरेंट लीक की जांच करना, यह सुनिश्चित करना कि इलेक्ट्रिकल कॉम्पोनेन्ट सही ढंग से काम कर रहे हैं, और फिल्टर को साफ करना या बदलना शामिल है. नियमित रखरखाव से आप पहले ही इसमें आने वाली समस्याओं का पता लगा सकेंगे.
2. लगातार चलाने से बचें: एक्सपर्ट अपने एसी को लगातार न चलाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे ज्यादा गर्मी में विस्फोट हो सकता है. अपनी एसी यूनिट को नियमित ब्रेक देना जरूरी है. रात में एसी को बंद करने के लिए टाइमर का उपयोग करने से इसे बिना रुके चलने से रोका जा सकता है.
3. वायरिंग इंस्पेक्शन और सर्विसिंग: हर 600 घंटे के उपयोग के बाद, अपने एसी यूनिट की सर्विसिंग किसी प्रोफेशनल से कराएं. समय के साथ आपके एसी की वायरिंग खराब हो सकती है, जो खतरनाक हो सकती है. नियमित इंस्पेक्शन से तारों में किसी भी टूट-फूट की पहचान की जा सकती है.
4. अच्छा वेंटिलेशन: सुनिश्चित करें कि ओवरहीटिंग को रोकने के लिए एसी यूनिट के चारों ओर अच्छा वेंटिलेशन हो. अच्छे एयर वेंटिलेशन के लिए यूनिट के आसपास के क्षेत्र को किसी भी तरह से ब्लॉक न करें.
5. अपने एसी को समझें: अपने एसी यूनिट के बुनियादी कामकाज को जानें और असामान्य शोर, गंध या लीकेज जैसे किसी भी चेतावनी संकेत से सावधान रहें. इससे आप आने वाले खतरों से बच सकते हैं.
6. पानी छिड़कने से बचें: एसी यूनिट पर पानी न छिड़कें या इसे 24/7 न चलाएं, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है और खराबी का खतरा बढ़ सकता है.
7. स्मोक डिटेक्टर: अपने घर में स्मोक डिटेक्टर लगाएं. साथ ही सुनिश्चित करें कि घर के सभी सदस्यों को पता हो कि आपातकालीन स्थिति में इन उपकरणों का उपयोग कैसे करना है.