अमेरिकी टेलीकॉम कंपनियों की मनमानी से नाराज Air India ने कैंसिल की उड़ानें, जानें क्या है पूरा 5G मामला

अमेरिकी टेलीकॉम कंपनियों ने तेज इंटरनेट एक्सेस देने के लिए अपने यात्रियों को 5G नेटवर्क देने का फैसला किया है. जबकि, एयरलाइन इंडस्ट्री का कहना है कि इसका विनाशकारी प्रभाव हो सकता है और टेक्नोलॉजी एरोप्लेन के सेंसिटिव उपकरणों में दखल दे सकती है. इसीलिए 5G को रनवे में रोल आउट नहीं किया जाना चाहिए.

AIR INDIA
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:22 AM IST
  • एयर इंडिया ने ट्वीट करके दी जानकारी
  • कई और देशों की एयरलाइन्स भी हैं शामिल

एयरपोर्ट्स  पर 5जी कम्यूनिकेशन्स की तैनाती की वजह से अमेरिका  एयर इंडिया (Air India) की नाराजगी का सामना कर रहा है. अब इसी में आगे बढ़ते हुए मंगलवार को एयर इंडिया ने 19 जनवरी से अमेरिका में अपने ऑपरेशन्स में कमी करने का एलान किया है. जिसकी वजह से अब कई दूसरी एयरलाइनों का शेड्यूल अस्त-व्यस्त हो गया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरलाइंस की चेतावनी के अब अमेरिकी टेलीकम्यूनिकेशन दिग्गजों ने अब कुछ हवाई अड्डों के आसपास 5G सेवाओं को अस्थायी रूप से सीमित करने का फैसला किया है.

एयर इंडिया ने ट्वीट करके दी जानकारी 

इसकी जानकारी एयर इंडिया ने ट्वीट करके दी है. मंगलवार को एयर इंडिया ने ट्वीट करके बताया, “एयर इंडिया की जो उड़ानें 19 जनवरी को रद्द की गई हैं उनमें एआई101/102 डीईएल/जेएफके/डीईएल, एआई173/174 डीईएल/एसएफओ/डीईएल, एआई127/126 डीईएल/ओआरडी/डीईएल, एआई191/144 बीओएम/ईडब्ल्यूआर/बीओएम, एयरलाइन शामिल हैं.” 

क्या है पूरा 5जी मुद्दा?

दरअसल, अमेरिकी टेलीकॉम कंपनियों ने तेज इंटरनेट एक्सेस देने के लिए अपने यात्रियों को 5G नेटवर्क देने का फैसला किया है. जबकि, एयरलाइन इंडस्ट्री का कहना है कि इसका विनाशकारी प्रभाव हो सकता है और टेक्नोलॉजी एरोप्लेन के सेंसिटिव उपकरणों में दखल दे सकती है. इसीलिए  5G को रनवे में रोल आउट नहीं किया जाना चाहिए.
 
क्या है अमेरिकी कंपनियों का कहना?

वहीं अमेरिकी टेलीकॉम कंपनियों एटीएंडटी और वेरिजोन ने कहा कि उनकी टेक्नोलॉजी सुरक्षित है और कई अन्य देशों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन चूंकि तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है, तो इसलिए उन्होंने कहा कि वे कुछ हवाई अड्डों के पास टेक्नोलॉजी के रोलआउट को सीमित कर देंगे. 

अमेरिकी एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने 14 जनवरी को कहा था कि "विमान के रेडियो अल्टीमीटर के साथ अगर 5जी लाया जाता है, तो इंजन और ब्रेकिंग सिस्टम को लैंडिंग मोड में ट्रांजिशनिंग से रोक सकता है, जो एक विमान को रनवे पर रुकने से रोक सकता है."

कई और एयरलाइन्स हैं शामिल 

रॉयटर्स के अनुसार, एयर इंडिया, अमीरात के अलावा, जापान की दो प्रमुख एयरलाइंस, ऑल निप्पॉन एयरवेज और जापान एयरलाइंस ने कहा कि वे बोइंग 777 उड़ानों में कटौती करेंगी. ब्रिटिश एयरवेज ने बोइंग 777 सर्विस को जो लॉस एंजिल्स के लिए है उसकी कुछ उड़ानों में विमान को एयरबस ए 380 में बदलने का विकल्प चुना है.
 

 

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