जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी एक बहुत बड़ी खबर है. हवाई अड्डे से संचालित होने वाली वायु यातायात सेवाओं पर मौसम के बुरे हालात का असर नहीं पड़ेगा. ऑल टाइम वेदर में इस हवाई अड्डे से टेक ऑफ और लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने सोमवार को विमानन सेवाओं के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ एक समझौता किया है. इस समझौते के तहत इस एयरपोर्ट को दुनिया के सबसे अत्याधुनिक तकनीक और उपकरण मुहैया कराए जाएंगे और यात्रियों को सबसे बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बेहतरीन तकनीक और उपकरण हासिल करने के लिए हुआ है. ये समझौता एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी Yamuna International Airport Private Limited के बीच किया गया है.
जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य से बन रहा एयरपोर्ट
दोनों ही कंपनी के बीच एयर नेविगेशन को लेकर समझौते के तहत संचार नेविगेशन निगरानी प्रणाली और हवाई यातायात प्रबंधन सहित कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. अत्याधुनिक उपकरण और तकनीक संबंधी सॉफ्टवेयर खरीदने के बाद इन्हें ने एयरपोर्ट पर स्थापित किया जाएगा. एयरपोर्ट 24 घंटे किसी भी मौसम में विमान सेवाओं को सुरक्षित ढंग से संचालित करेगा. गौरतलब है कि जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य के साथ यह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जो अपने आप में एक बेहतरीन तकनीक का उदाहरण होगा.