आंध्र प्रदेश को मिल रहे हैं कल 13 नए जिले, जाने कैसे बनता है कोई भी नया जिला

इन 13 नए जिलों में मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोना सीमा, एलुरु, एनटीआर, बापटिया, पलनाडु, नंदयाल, श्री सत्यसाई, अन्नामय्या, श्री बालाजी शामिल हैं.

YS Jagan Mohan Reddy
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:26 PM IST
  • अब जिलों की कुल संख्या बढ़कर 26 हो गई है
  • जिलों के आकार हो सकते हैं अलग-अलग

आंध्र प्रदेश में 4 अप्रैल से 13 नए जिले जुड़ने वाले हैं. जिसके बाद अब राज्य में जिलों की कुल संख्या बढ़कर 26 हो गई है.  आंध्र प्रदेश सरकार ने इसके लिए एक गजट अधिसूचना भी जारी कर दी है. इसमें 26 जिलों को शामिल किया गया है. इसके लिए जनवरी में भी नोटिफिकेशन जारी किया गया था जिसमें जनता के सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित की गई थी. 

अब जिलों की कुल संख्या बढ़कर हुई 26 

दरअसल, कुछ समय पहले आंध्र प्रदेश की जगन रेड्डी सरकार ने राज्य में 13 नए जिलों के निर्माण की मंजूरी दी थी. सरकारी की ओर से आंध्र प्रदेश जिला गठन अधिनियम धारा 3(5) के तहत नए जिलों के गठन के लिए आधिकारिक राजपत्र अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके बाद राज्य में कुल जिलों की संख्या 26 हो जाती है.

आपको बता दें, वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने 2019 के विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान इन ने जिलों का वादा किया था. उन्होंने कहा था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो हर लोकसभा क्षेत्र को एक जिला बना देगी.  राज्य में 25 लोकसभा सीटें हैं. पूर्वी गोदावरी और विशाखापत्तनम में आदिवासी क्षेत्रों को तराश कर एक जिला भी बनाया गया है.   

कौन से हैं नए जिले?

बता दें, इन 13 नए जिलों के बनने से अब राज्य में 26 जिले हो जाएंगे. नए जिलों में मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोना सीमा, एलुरु, एनटीआर, बापटिया, पलनाडु, नंदयाल, श्री सत्यसाई, अन्नामय्या, श्री बालाजी शामिल हैं. वहीं पुराने 13 जिलों में श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, कृष्णा, गुंटूर, प्रकाशम, नेल्लोर, अनंतपुरम, कडपा, कुरनूल और चित्तूर शामिल हैं.

नए जिलों की लिस्ट

कैसे बनते हैं नए जिले?

दरअसल, नया जिला बनाना, मौजूदा जिला बदलना या पहले से जो जिले हैं उन्हें समाप्त कर देने की शक्ति राज्य सरकार के पास होती है. इसका सर्वेसर्वा राज्य का मुख्यमंत्री होता है. इसके लिए एक दो तरीके हैं. पहला या तो एक कार्यकारी आदेश के माध्यम से या राज्य विधानसभा में एक कानून पारित करके एक नया जिला बनाया जा सकता है. या फिर कई राज्य केवल आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना जारी करके कार्यकारी आदेश के जरिए  ऐसा करना पसंद करते हैं. 

जिलों के आकार अलग हो सकते हैं?

आपको बता दें, हम कई बार छोटे और बड़े जिले देखते हैं. दरअसल, जिले के आकर में फर्क हो सकता है. कुछ जिले गांव जोड़कर बनते हैं तो कई जगह विशाल भूक्षेत्र एक ही जिले में मिले होते हैं. भारत में जितने भी जिले हैं वो सब कई तालुकाओं, तहसीलों या प्रखंडों को जोड़कर बने हैं. इन्हीं जिलों को जोड़कर फिर राज्य बना लिया जाता है. 


 

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