पाकिस्तान सरहद के पार से जिस तरीके से ड्रोन के जरिए हथियार और नारकोटिक्स पदार्थ भेजने की साजिश कर रहा है, उसे नाकाम करने के लिए भारतीय सुरक्षा बलों ने प्लान तैयार कर लिया है. पड़ोसी मुल्क की इन हरकतों पर काबू पाने के लिए बीएसएफ (Border Security Force) जल्द ही सीमा पर एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी लैस करने वाला है. इस वक्त जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में बीएसएफ इस टेक्नोलॉजी का परीक्षण कर रही है. इस टेक्नोलॉजी को जल्द ही इंटरनेशनल बॉर्डर (International Border) पर कई जगहों पर विस्तारपूर्वक लगाया जाएगा.
BSF के सूत्रों ने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत भारत की एक कंपनी ने बीएसएफ के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम (Anti drone system) तैयार किया है, जिसको कई जगहों पर लगाने का प्लान है. भारत और पाकिस्तान की सरहद पर इस समय सबसे बड़ा ख़तरा UAV का है. इन्हीं ड्रोन के ज़रिए पाकिस्तान लगातार अपने हथियारों का ज़ख़ीरा और अब तो ड्रोन से हमला भी करने लगा है. इस ख़तरे को देखते हुए बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए कदम बढ़ा रहा है.
कैसा होगा एंटी ड्रोन सिस्टम
BSF ने अपनी ऑपरेशनल क्षमता के मुताबिक एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी के बारे में जो ज़रूरत बताई है, उसके अनुसार 10 सेकंड के अंदर ड्रोन दुश्मन के ड्रोन को ढूंढने में सक्षम होना चाहिए और 10 मिनट के अंदर किसी भी कंडीशन में इनको तैनात किया जा सके चाहे तापमान 50 डिग्री हो या फिर माइनस 30 डिग्री. साफ तौर पर ये कहा गया है कि एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी के तहत एक ड्रोन दुश्मन की कई UAV को एक साथ ढूंढ निकालने की क्षमता रखता है. यही नहीं ये सिस्टम सिर्फ और सिर्फ 30 सेकंड के अंदर दुश्मन की ड्रोन की रेडियो फ्रीक्वेंसी को जाम कर सकता है. और GPS को डैमेज करते हुए फ़ोर्स लैंडिंग या फिर तहस नहस कर सकता है.
BSF की ऐसी चल रही है तैयारी
BSF सूत्रों की मानें तो ड्रोन निगरानी करने की प्रणाली इस सिस्टम में मौजूद होगी. इसके जरिए भारतीय सीमा में आने वाले किसी भी ड्रोन पर नजर रखी जा सकेगी. बीएसएफ के अधिकारियों के मुताबिक, एंटी-ड्रोन सिस्टम में रेडियो फ्रीक्वेंसी रिसीवर, एलेक्ट्रो-ऑप्टिक सेंसर, जैमर और कंट्रोलर मैकेनिज्म मौजूद होगा. इसके राडार में ड्रोन की दिशा के बारे में सटीक जानकारी देने वाली निगरानी क्षमता भी मौजूद होगी. इस सिस्टम में कैमरे भी लगे होंगे. साथ ही इसका जैमर इतना ताकतवर होगा, जिससे 5 सेकेंड से भी कम समय में सिग्नल जाम किए जा सकेंगे. अगर पाकिस्तान चालाकी करके फ्री प्रोग्राम्ड ड्रोन भारत के अंदर भेजता है तो उसको भी इस नए सिस्टम से जाम कर दिया जाएगा.
जम्मू में टेस्टिंग पूरी होगी तो कैसा होगा सिस्टम
बीएसएफ के उच्चस्तरीय सूत्रों ने जानकारी दी है कि नया सिस्टम छोटे आकार का होगा और इसकी तैनाती प्रक्रिया भी आसान होगी. इसे 10 मिनट से भी कम समय में अंतरराष्ट्रीय सीमा के किसी भी एरिया में स्थापित किया जा सकता है. साथ ही पूरे सिस्टम को छोटे-छोटे हिस्सों में खोला जा सकता है, जिससे इसे कहीं भी ले जाना आसान होगा. यही नहीं एंटी-ड्रोन सिस्टम दिन के साथ रात यानी 24x7 काम करेगा. साथ ही इससे एक समय में कई ड्रोन का पता लगाने की क्षमता है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान हर दिन अंतरराष्ट्रीय सीमा के उस पार से भारत के अंदर ड्रोन भेजने की गुस्ताखी करता रहता है. हाल ही में तो पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तो हद कर दी जब उसने ड्रोन के जरिए पंजाब, जम्मू और राजस्थान में भारी मात्रा में हथियार भेजने की कोशिश की. पाकिस्तान अब तो ड्रोन के जरिए हमले भी करने लगा है. भारत ने इन तमाम चुनौतियों से निपटने के लिए सीमा पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने की तैयारी कर ली है.
बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स यानी सीमा सुरक्षा बल इस समय 2528 किलोमीटर की भारत पाकिस्तान की सीमा की रखवाली करती है जिसमें अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और लाइन ऑफ़ कंट्रोल भी शामिल है. लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स आर्मी के ऑपरेशनल कमांड के तहत है. ख़ास तौर पर श्रीनगर के इलाक़े में 167 किलोमीटर की भारत पाकिस्तान की सरहद है और जम्मू के इलाक़े में लाइन ऑफ़ कंट्रोल करीबन 70 किलोमीटर और 191 किलोमीटर इंटरनेशनल बॉर्डर है. यहां पर पाकिस्तान लगातार घुसपैठ की कोशिश करता है और अपने ड्रोन के ज़रिए बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स और भारतीय सेना की टोह लेने की कोशिश करता है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि जल्द से जल्द एंटी ड्रोन सिस्टम बीएसएफ के पास पहुंचे और उसको मार गिराया जाए.