26 फरवरी की तारीख भारत के इतिहास में बहुत बड़ा महत्व रखती है. जी हां, इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के घर में घुसकर बालाकोट एयर स्ट्राइक की थी. 26 फरवरी 2019 रात करीब 3 बजे वह समय था जब भारत के लड़ाकू विमान नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों पर कहर बनकर टूटे थे. आतंकवादी शिविरों को पूरी तरह से तबाह कर दिया था.
भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 फाइटर जेट ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक की थी. इन हमलों में करीब 300 आतंकी मारे गए थे. भारत की इस कार्रवाई की पाकिस्तान को उस समय भनक लगी जब सेना के विमान सुरक्षित भारतीय सीमा में आ चुके थे.
पुलवामा हमले का लिया था बदला
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में भारतीय सुरक्षाकर्मियों पर किए गए कायराना आत्मघाती बम हमले ने पूरे देश का सीना छलनी कर दिया था. हमले में केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल के 46 जवान शहीद हुए थे. आतंकियों ने सीरआरपीएफ के 78 काफिलों को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया था. पाकिस्तान के इस्लामी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. भारत ने इस हमले का बदला लिया था.
ऐसे बनाई रणनीति
पुलवामा आतंकी हमले के एक दिन बाद 15 फरवरी 2019 को पीएम मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक हुई. इस मीटिंग में पाकिस्तान और आतंकियों को सबक सिखाने के लिए एयर स्ट्राइक पर विचार किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजीत डोभाल को एक्शन का ब्लूप्रिंट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी. बालाकोट एयर स्ट्राइक करने के लिए वायुसेना के साथ थल सेना और नेवी को भी अलर्ट पर रखा गया था. 25 फरवरी को ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे जवानों के फोन बंद कर दिए गए और इन्हें ग्वालियर में तैनात किया गया. आगरा और बरेली आर्मी बेस को भी अलर्ट पर रखा गया था. 25-26 फरवरी की रात को वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर आर्मी बेस से उड़ान भरी. 12 लड़ाकू विमान पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर बम बरसाना शुरू कर दिया. इस कार्रवाई में करीब 300 आतंकी मारे गए और उनके शिविर नष्ट कर दिए गए.
इस्तेमाल हुए स्पाइस बम
भारत के अधिकारियों ने पाकिस्तान में बालाकोट पर हवाई हमले के बाद खुलासा किया था कि 26 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए इजरायल निर्मित स्मार्ट बम का इस्तेमाल किया गया था. इन मिसाइलों को स्पाइस 2000 कहा जाता था. इजराइली स्पाइस बम को बालाकोट में जैश के आतंकी शिविरों पर जीपीएस कॉर्डिनेट्स के साथ पहले से फीड किया गया था. ये बम सटीक निर्देशित होते हैं, और खुद खुद ऑटोमेटिकली टारगेट मैच करके इसे नष्ट कर सकते हैं.
डिप्लोमैटिक तरीके से मित्र देशों को दी जानकारी
पाकिस्तान ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक वाली जगह पर कई महीने तक किसी को भी नहीं जाने दिया. पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने धमकी दिया की वह भारत की कार्रवाई का जवाब देंगे. भारत ने अपने एयर स्पेस को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया. इस कार्रवाई के बाद डिप्लोमैटिक तरीके से अन्य मित्र देशों को भी जानकारी दी और कहा कि इसमें आतंकी ही मारे गए हैं. भारत को इस कार्रवाई का अमेरिका समेत कई देशों का साथ भी मिला.