Success Story UPPSC Result: PCS इंटरव्यू से एक दिन पहले हो गई थी पिता की मौत, अब बेटे ने एग्जाम क्लियर कर दी श्रद्धांजलि

यूपी पीसीएस का इंटरव्यू था. इंटरव्यू के एक दिन पहले पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई. पिता की मौत के गम ने आनंद को तोड़कर रख दिया लेकिन फिर हिम्मत जुटाई और परीक्षा दी.

Anand
gnttv.com
  • बांदा,
  • 24 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:15 PM IST

यूपी PCS 2023 का फाइनल रिजल्ट घोषित हो गया है जिसमें बांदा के होनहार युवक आनंद सिंह राजपूत ने परीक्षा पास की है. उन्होंने 30वीं रैंक हासिल कर परिवार सहित जिले का मान बढ़ाया है. आनंद के इस सफर में एक मोड़ ऐसा आया था जिसे जानकार हर कोई हैरान है. परिवार में गम के साथ-साथ खुशियां भी देखने को मिली है. दरअसल आनंद सिंह राजपूत का मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू होना था लेकिन इंटरव्यू के एक दिन पहले ही उनके पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई. अब बेटे ने UPPSC की परीक्षा में कामयाबी हासिल कर अपने पिता को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है.

आनंद की शुरुआती शिक्षा बांदा से हुई है. उन्होंने बैचलर भी यहीं से किया है. इसके बाद वो दिल्ली में रहकर तैयारी करने लगे. उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से दूसरे प्रयास में ही ये मुकाम हासिल किया है. आनंद ने सफलता का श्रेय गुरुओं, अपने माता-पिता को दिया है. हालांकि पिता अब इस दुनिया मे नहीं हैं लेकिन उनकी सीख हमेशा आनंद के काम आई. 

बच्चों को दिए टिप्स
आनंद ने बच्चों को सफलता के टिप्स भी दिए. अपना अनुभव साझा करते हुए आनंद ने बताया कि पुराने पेपर को जरूर पढ़ें. पुराने पेपर को पढ़कर तैयारी करना आसान होता है. बेसिक किताबे जरूर पढ़ें, उन्हीं को रिपीट भी करते रहें. आनंद ने कहा कि शुरू में चुनौतियां बहुत रहेंगी लेकिन जैसे-जैसे तैयारियां होती जाएंगी, वैसे-वैसे आत्मविश्वास आएगा और निश्चित ही सफलता हाथ लगेगी.

परिवार ने दी हिम्मत
आपको यह भी बता दें कि आनंद की सफलता के बाद उनकी मां माया देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. उनका कहना है कि आनंद के पिता अगर आज इस दुनिया में होते तो उन्हें बहुत खुशी मिलती. उन्हीं के बताए रास्तों से मेरे लाल ने यह मुकाम हासिल किया है. हालांकि बेटा आनंद उन्हें हर तरीके से समझाते हुए दिखाई दिया. PCS के इंटरव्यू से ठीक एक दिन पहले ही आनंद के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. आनंद का कहना था कि जब सूचना मिली थी तो ऐसा लग रहा था कि कैसे इंटरव्यू दे पाऊंगा, मन बहुत ही दुःखी था, लेकिन परिवार ने हिम्मत दी, जिस कारण मैं इंटरव्यू दे सका. 

(बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट)

 

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