जब भी वजन घटाने के तरीकों की बात आती है लोगों के दो अलग-अलग मत सामने आते हैं. कुछ लोगों का मानना होता है कि उपवास या डायट करना वजन घटाने का सबसे बढ़िया तरीका माना जाता है जबकि बाकी का कहना है कि एक्सरसाइज सबसे अधिक तेजी से वजन घटाता है. आज हम आपको इस कंफ्यूजन का सही जवाब देने वाले हैं. गौरतलब है कि एक्सरसाइज को जीवन में शामिल करने और इसे डेली फॉलो करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि व्यायाम बिल्कुल न करना या फिर कभी-कभी करना शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने की है स्टडी
हाल ही में अमेरिका स्थित ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने एक अध्ययन में पाया कि उपवास से पहले व्यायाम करना वजन कम करने की सबसे अच्छी तरकीब है. ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र और ‘मेडिसिन एंड साइंस इन स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज’ नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के सहयोगी, लैंडन डेरू का कहना है कि वे जानना चाहते थे कि क्या उपवास के दौरान व्यायाम के जरिये मेटाबालिज्म में बदलाव लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि वे खासतौर पर यह देखना चाहते थे कि उपवास के दौरान बॉडी कितनी जल्दी कीटोसिस में प्रवेश कर कीटोंस का निर्माण करती है.
20-20 लोगों के ग्रुप्स पर हुआ अध्ययन
स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने 20-20 स्वस्थ लोगों के ग्रुप्स को 36 घंटे का उपवास करने को कहा. पहले समूह को सिर्फ उपवास पर रखा गया, जबकि दूसरे ग्रुप के लोगों को उपवास शुरू करने से पहले ट्रेडमिल पर चलाया गया. प्रत्येक दो घंटे पर दोनों ग्रुप के सदस्यों की भूख और मूड का एनालिसिस किया गया. इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति में बी-हाइड्राक्सीब्यूटाइरेट (बीएचबी) के स्तर को भी मापा गया. बी-हाइड्राक्सीब्यूटाइरेट कीटोंस के जैसा एक केमिकल होता है.
कीटोंस कैंसर और अल्जाइमर से लड़ने में करता है मदद
कीटोसिस शरीर में ग्लूकोज खत्म हो जाने के बाद शुरू होता है. जब शरीर में ग्लूकोज की कमी हो जाती है तब शरीर जमा हुए फैट का इस्तेमाल करके कीटोंस प्रोड्यूस करता है. कीटोंस दिल और मस्तिष्क के लिए सेहतमंद होता है और साथ ही यह शरीर को कैंसर, पार्किसंस, डायबिटीज, व अल्जाइमर जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. वैज्ञानिकों ने पाया कि उपवास के दौरान एक्सरसाइज करने वालों की बॉडी औसत साढ़े तीन घंटे में कीटोसिस प्रक्रिया शुरू कर देती है जबकि बिना एक्सरसाइज किए उपवास करने वालों में यह प्रक्रिया 20-24 घंटे में शुरू होती है.